कहा, बैशाखी-शोभन के आरोप से दुख पहुंचा
-सफाई, शिक्षा विभाग या वे क्यों हस्तक्षेप करेंगे
कोलकाता : मिली अल आमिन कॉलेज की टीचर इंचार्ज बैशाखी व पूर्व मेयर शोभन चटर्जी के आरोपों से व्यथित होने के बावजूद शिक्षामंत्री व तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी ने बुधवार को स्वीकार किया कि उन्होंने शोभन के साथ मध्यरात्रि में बैठक की। हालांकि, उन्होंने दोनों पर पलटवार करते हुए कहा कि वे या शिक्षा विभाग किसी को कोई शर्त क्यों देगा? साथ ही पार्थ ने कहा कि अगर वे कोई शर्त देते भी हैं तो इसका पेशेवर तौर पर कोई असर क्यों पड़ेगा? उनका निशाना बैशाखी के इस्तीफे पर था। पार्थ ने कहा कि शिक्षा विभाग या वे कोई हस्तक्षेप क्यों करेंगे? शोभन के साथ बैठक संग इसका(इस्तीफा) क्या संबंध है? पार्थ ने कहा कि जिस शिक्षिका को लेकर इस तरह के आरोप सामने आ रहे हैं, शिकायत मिलने पर 2018 में उसी शिक्षिका को शिक्षा विभाग की ओर से स्थानांतरित किया गया था।
बड़े भाई के तौर पर गया ः पार्थ ने कहा कि शोभन काफी दिनों से पार्टी में निष्क्रिय हैं। उन्हें सक्रिय करने के लिए ही वहां गया था। लेकिन तब काफी लज्जित हुआ जब देखा कि पीछे से कोई तस्वीर खींच रहा है। उन्होंने कहा कि वे एक बड़े भाई के तौर पर वहां गए थे। पार्थ ने कहा कि वे क्यों कोई शर्त देने जाएंगे? हां, अगर कोई शर्त देते भी हैं तो इसका उस घटना के साथ क्या रिश्ता है? बैशाखी पर निशाना साधते हुए शिक्षामंत्री ने कहा कि अगर किसी के साथ कोई अन्याय होता है तो उसके पास कानूनी कदम उठाने का हक है। उन्होंने कहा कि कोई भी अपने खिलाफ हुए अन्याय के लिए अदालत में जा सकता है। इस बीच खबर है कि बैशाखी व शोभन के आरोप को शिक्षा विभाग व तृणमूल कांग्रेस ने काफी गंभीरता से लिया है।