हावड़ा,समाज्ञा: प्रवासी मजदूरों की वापसी को लेकर एक ओर राजनीतिक दलों में रार चल रही है तो दूसरी ओर इनके पहुंचने की बढ़ती संख्या के साथ अब शहरों के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी कोविड संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ने लगी है। अबतक हावड़ा शहर के क्षेत्र में कोरोना संक्रमणों की संख्या में वृद्धि हुई है, लेकिन ग्रामीण हावड़ा में ज्यादा संक्रमण नहीं था। वहां अब एक दिन में ही दर्जनों लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं। जिला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार जिले के ग्रामीण इलाकों में भी 76 लोगों को एक ही समय में कोरोना संक्रमित पाया गया। वे सभी प्रवासी श्रमिक हैं जो मुंबई से लौटकर आए हैं। पीड़ितों को उलूबेड़िया ईएसआई अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हावड़ा शहर में केवल कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 600 को पार कर गई है। यह मामला सामने आते ही जिला प्रशासन की चिंता बढ़ गई है क्योंकि एक ही साथ कई प्रवासी श्रमिक प्रभावित हुए हैं। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि इस घटना ने उनकी चिंता बढ़ा दी हैं। अब और ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी प्रवासी श्रमिकों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। किसी को भी होम क्वॉरंटाइन में नहीं भेजा जाएगा। सभी को सरकारी क्वॉरंटाइन शिविर में रखा जाएगा। ब्लॉक प्रशासनों को निर्देश दिया गया है कि वे इलाके में अधिक क्वॉरंटाइन केंद्र स्थापित करने के लिए जगह खोजें।
खुद पहुंच रहे अपने गांवों में
जानकारी के मुताबिक श्रमिक ट्रेनों, सरकारी बसों और अन्य वैध साधनों से आने वालों की संख्या से कहीं ज्यादा ऐसे लोग हैं जो विभिन्न तरीकों से अपने आप ही अन्य राज्यों से चले आए। इनमें से कुछ तो क्वारंटीन सेंटरों में गए लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जो सीधे तौर पर अपने घरों और गांवों में पहुंच गए। जाहिर है, इनका न तो कहीं परीक्षण हुआ और न ही कहीं इन्हें अलग रखा गया। यदि ऐसे लोगों में संक्रमण हुआ तो निश्चित तौर पर यह संक्रमण अन्य लोगों तक भी आसानी से पहुंच जाएगा। उल्लेखनीय है कि गत 19 मई को ही प्रवासी मजदूरों का एक जत्था हैदराबाद से आमता पहुंचा था। वह सभी अपने खर्चे पर एक बस से आमता पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक जब वे आमता पहुंचे तब वहां उनकी थर्मल स्क्रीनिंग करने के लिए कोई भी मौजूद नहीं था। वे सीधे अपने घर चले गए थे।
मुंबई से आए प्रवासी मजदूरों में आधे से ज्यादा पाए गए कोरोना संक्रमित
ज्ञात हो कि राज्य सरकार ने फैसला किया है कि मुंबई, दिल्ली और गुजरात से राज्य लौटने वाले सभी प्रवासी श्रमिकों का लार का परीक्षण किया जाएगा। इस क्रम में 17, 18 और 19 मई को ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न ब्लॉकों में 392 प्रवासी श्रमिक ट्रेन से मुंबई से हावड़ा लौटे। उन्हें सरकारी क्वॉरेंटाइन केंद्र में रखा गया। सभी के लार के नमूने एकत्र किए गए और ट्रॉपिकल मेडिसिन स्कूल में भेजे गये। रविवार को ही 144 लोगों की रिपोर्ट आई। जिला प्रशासन के अनुसार, रिपोर्ट से पता चला है कि 76 लोग कोरोना से संक्रमित थे। उन्हें तुरंत ईएसआई अस्पताल ले जाया गया। बाकी की रिपोर्ट कुछ दिनों में आ जाएगी।
प्रशासन की बढ़ी चिंता
इधर पीड़ितों की संख्या की रिपोर्ट को देखने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों की आंखें खुल गयी हैं। इसने जिला प्रशासन के अधिकारियों का एक बड़ा हिस्सा इस बात से चिंतित है कि अगर बाकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आती हैं तो पीड़ितों की संख्या बढ़ जाएगी। इस स्थिति में, संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन अतिरिक्त सावधानी बरत रहा है। अब किसी भी प्रवासी श्रमिकों होम क्वॉरंटाइन में नहीं भेजा जाएगा। इससे दूसरों में संक्रमण फैलने का खतरा काफी हद तक कम हो जाएगा।