मुंबई : फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ के रीमेक पर जारी बहस में अपना पक्ष रखते हुए गीतकार एवं लेखक जावेद अख्तर ने शुक्रवार को कहा कि निर्देशक शेखर कपूर उनके योगदान को नकार कर फिल्म का पूरा श्रेय खुद नहीं ले सकते हैं। अली अब्बास जफर के निर्देशन में ट्रिलॉजी के रूप में ‘मिस्टर इंडिया’ के रीमेक की घोषणा से मूल फिल्म के निर्माण से जुड़े लोग खुश नहीं हैं। गत सप्ताह अभिनेत्री सोनम कपूर आहूजा ने कहा था कि 1987 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म का रीमेक बनाने के लिए उनके पिता अनिल कपूर और मूल फिल्म के निर्देशक शेखर कपूर से सलाह नहीं ली गई। उन्होंने इस प्रोजेक्ट पर नाखुशी भी जाहिर की। मूल फिल्म की पटकथा सलीम खान और जावेद अख्तर ने लिखी थी। मिस्टर इंडिया की भूमिका में अनिल कपूर थे। फिल्म में श्रीदेवी पत्रकार की भूमिका में थीं और अमरीश पुरी ने मोगैम्बो का चर्चित रोल निभाया था। ट्रिलॉजी की आलोचना करते हुए शेखर कपूर ने गुरुवार को कहा फिल्म के निर्देशक के रचनात्मक अधिकारों को नजरअंदाज कैसे किया जा सकता है।
कपूर ने ट्विटर पर लिखा, “मिस्टर इंडिया के रीमेक पर बहस का यह कारण नहीं है कि किसी ने मुझसे अनुमति नहीं ली या मुझे बताने की भी जहमत नहीं उठाई। प्रश्न यह है कि अगर आप किसी निर्देशक की अत्यंत सफल फीचर फिल्म पर आधारित रीमेक बना रहे हैं तो क्या निर्देशक का अपनी रचना पर कोई रचनात्मक अधिकार नहीं है?” इस पर जावेद अख्तर ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि फिल्म के निर्माण में उनका बहुत बड़ा योगदान है और कपूर अकेले पूरा श्रेय नहीं ले सकते।
अख्तर ने ट्वीट किया, “शेखर साहब कहानी, सीन, स्थिति, किरदार, संवाद, गीत के बोल और यहां तक की फिल्म का शीर्षक तक आपका नहीं था। यह सब मैंने आपको दिया था। हाँ आपने उसका बहुत अच्छे से निर्देशन किया था लेकिन आप यह दावा कैसे कर सकते हैं कि फिल्म मुझसे ज्यादा आपकी है। यह आपका आइडिया नहीं था। यह आपका सपना नहीं था।”
मिस्टर इंडिया फिल्म की रीमेक ट्रिलॉजी के निर्माण की घोषणा जी स्टूडियो ने की थी।