File Photo
श्यामपुकुर और जोड़ाबागान में कोरोना संक्रमितों के बढ़ने के पीछे क्या एक बाज़ार का है हाथ ?
बाज़ार के चारों तरफ मिले है कोरोना संक्रमित, जोड़ाबागान ट्रैफिक गार्ड भी इसी बाज़ार के सामने स्थित
पुलिस त्रस्त, प्रशासन पर आरोप, नहीं उठाए जा रहे है कदम
बबीता माली
कोलकाता : नॉर्थ डिवीजन के अन्तर्गत जोड़ाबागान, श्यामपुकुर इलाके में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमितों के पाए जाने का अनुमान लगाया जा रहा है। अब तो जोड़ाबागान ट्रैफिक गार्ड के सार्जेंट के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद ही उक्त ट्रैफिक गार्ड भी कंटेनमेंट जोन में आ गया है यानी रेड जोन में। उक्त ट्रैफिक गार्ड के सामने ही हाठखोला बाज़ार है। बाजारों से कोरोना संक्रमण के फैलने की आशंका पहले से ही लगाई जा रही है। हाल ही में कुछ मामले सामने आए है जिसमें बाज़ारों की भूमिका भी सामने आ रही है। बाज़ार से संक्रमण फैलने को लेकर रोगी के परिजनों में से भी कईयों ने आरोप लगाए है। वहीं इस इलाके में हाठखोला बाज़ार की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो गई है। संक्रमण को देखते हुए पहले ही जोड़ाबागान थाने की पुलिस ने हाठखोला बाज़ार को कुम्हारटोली पार्क में शिफ्ट कर दिया था मगर बारिश के कारण पार्क में पानी जम गया था। इसके बाद ही पूरा बाज़ार उठकर श्यामपूकुर थानांतर्गत शोभाबाज़ार स्ट्रीट और रवीन्द्र सरणी के फुटपाथ पर चला गया। इसके बाद ही स्थिति और ज्यादा बिगड़ने लगी। श्यामपुकुर और जोड़ाबागान में जितने मामले आए है उनमें से अधिकांश मामले इसी हाठखोला बाज़ार के इर्द – गिर्द पाए गए हैं। जिस तरह से उस बाजार के आसपास कोरोना का संक्रमण दिख रहा है ऐसे में इस बाज़ार को कोरोना बाज़ार कहने में दोराय नहीं है।
इस बाजार के चारों तरफ पाए गए है कोरोना के मरीज़
सूत्रों ने बताया कि शिफ्ट हुए बाज़ार के चारों तरफ नंदराम सेन, लालबागान बस्ती, रवीन्द्र सरणी और जोड़ा बागान ट्रैफिक गार्ड है। श्यामपुकुर थानांतर्गत जितने भी मामले कोरोना पॉजिटिव के पाए गए है उनमें से अधिकांश इन्हीं इलाकों से मिले है।
अहिरीटोला और बीके पाल के ७०-८० प्रतिशत लोग इसी बाज़ार में आते है
वहीं जोड़ाबागान थाना के अन्तर्गत अहिरीटोला और बी के पाल के रहने वाले ७० से ८० प्रतिशत लोग इसी बाज़ार में बाज़ार करने आते है। ऐसे में इन इलाकों में भी कोरोना के मरीज़ मिल रहे है। मरीजों की संख्या भी काफी है। आरोप है कि अधिकांश मरीजों में बाजारों से ही कोरोना का संक्रमण फैलने का आरोप सामने आ रहा है।
सुबह लगता है बाज़ार में लोगों का तांता, सब्जी और मछलियों में टूट पड़ते है लोग
सूत्रों ने बताया कि सुबह ६ बजे से १० बजे तक ही इस बाज़ार को खोला जाता है। इस बाज़ार में २५० के करीब वेंडर यानी विक्रेता आते है। मगर सुबह ८ से ९ बजे के दौरान बाज़ार में इतनी भीड़ होती है कि उन्हें संभालना काफी मुश्किल होता है। मास्क पहनते तो है लेकिन मोल – भाव करने में काफी समय लगा देते है। इस संकट की घड़ी में भी ग्राहक ज्यादा से ज्यादा समय मोल – भाव करने में समय देते है। सब्जी से लेकर मछली बाजारों में भीड़ देखते ही बनती है। इन्हें देखकर ऐसा लगता ही नहीं है कि लॉक डाउन चल रहा है।