सरोगेसी मामला : कश्मीरा सहित 3 के खिलाफ गर्भ में बच्चे की हत्या का मामला दर्ज
कोलकाता : सरोगेसी में 26 महीने के बच्चे को अपने गर्भ में लेकर अचानक लापता हुई कश्मीरा बीबी की गिरफ्तारी के बाद जांच में खुलासा हुआ कि कश्मीरा के कोख में पल रहे बच्चे की दुर्घटना में नहीं बल्कि उसकी गर्भ में ही हत्या की गयी थी। इस मामले में न्यू अलीपुर थाने की पुलिस ने आखिरकार दो युवकों को गिरफ्तार किया। अभियुक्तों के नाम गोपाल मल्लिक उर्फ गोपाल डॉक्टर और आजिजुर रहमान पियादा है। गोपाल 12 वीं पास और मातृ सदन अस्पताल चलाता है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले के खुलासे के बाद ही कश्मीरा बीबी, गोपाल मल्लिक और आजिजुर रहमान पियादा के खिलाफ आईपीसी की धारा 315 (शिशु को गर्भ में ही मार देना) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। कश्मीरा फिलहाल न्यायिक हिरासत में है जबकि गोपाल और आजिजुर को 16 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। मालूम हो कि गत 10 दिसंबर 2019 को अचानक कश्मीरा गायब हो गयी थी जिससे उसे सरोगेसी के लिए तैयार करने वाले दंपति ने थाने मेें शिकायत दर्ज करायी थी।
एडमिशन स्लीप से मिला सुराग, हुआ घटना का खुलासा
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गत 20 फरवरी को कश्मीरा बीबी उर्फ मीना हल्दार को एसएसकेएम अस्पताल परिसर से गिरफ्तार किया गया था। कश्मीरा ने पुलिस को बयान में बताया था कि वह नदी के किनारे गिर गयी थी जिससे उसका गर्भपात हो गया था। इसके बाद उसने मृत भ्रूण को नदी में बहा दिया था। मगर पुलिस को उसकी बयान पर यकीन नहीं हो रहा था क्योंकि बिना किसी मेडिकल से संबंधित व्यक्ति की मदद के 26 महीने की जीवित या मृत बच्चे को निकालना मुश्किल है। मगर कश्मीरा अपने बयान से टस से मस नहीं हो रही थी। जांच को बंद करने की सोच रहे थे तभी पुलिस को कश्मीरा का एडमिशन स्लीप मिला जिसमें लिखा था कि कश्मीरा गर्भ में मृत बच्चे के साथ ही आयी थी लेकिन उसका रक्तस्राव नहीं हो रहा था। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसने कुछ सिंथेटिक स्टेरॉयड या किसी नीम-हकीम से ट्रीटमेंट लेकर बच्चे की हत्या है और यह कार्य 2 से 3 दिन पहले हुआ है यानी 14 से 17 जनवरी के बीच घटना घटी है। इसके बाद टावर लॉकेशन से पता चला कि उस दौरान वह मंदिरबाजार थानांतर्गत सदाशिवपुर इलाके में थी। इसके बाद पुलिस ने उक्त इलाके सभी डॉक्टरों की जगह पर कश्मीरा का फोटो लेकर तलाशी अभियान चलाया। इसी दौरान मथुरापुर के विजयगंज बाजार स्थित एक नर्सिंग होम के सामने एक फल विक्रेता ने कश्मीरा की फोटो देखकर उसकी पहचान की। उसने बताया कि गर्भवती कश्मीरा बीबी जनवरी के मध्य में ग्रीनलैंड नर्सिंग होम आयी थी और उसे नर्सिंग होम का स्टाफ आजिजुर बताया कि कश्मीरा ने उससे कहा था कि उसकी शादी में परेशानी आ रही र्है जिसके कारण वह गर्भ में पल रही बच्चे को मारना चाहती है। इसके बाद उसने कश्मीरा का परिचय गोपाल डॉक्टर से कराया और उसी के अस्पताल यान माृत सेवा सदन में ऑपरेशन किया गया।
8 वीं पास ओटी ब्वॉय ने खोला था अस्पताल, 15000 से ज्यादा कर चूका है ऑपरेशन
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आजिजुर की निशानदेही पर गोपाल को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम मातृ सेवा सदन अस्पताल में पहुंची। वहां पहुंचने पर पुलिस के ही होश उड़ गये। एक मकान को ही अस्पताल का रूप दिया गया था। दरअसल, वहां इलाज कर रहा गोपाल डॉक्टर केवल 12 वीं पास है। उसने ग्रीनलैंड नर्सिंग होम में करीब 3 साल तक ओटी ब्वॉय के रूप में काम किया था। इसके बाद करीब 12 साल पहले उसने अपने 6 कमरे के मकान को 8 बेड वाला अस्पताल बनाया था। जिसमें पेंट्री, फ्रंट ऑफिस और डिस्पेंसरी है। डिस्पेंसरी किसी खाने के डाइनिंग टेबल से कम नहीं है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जांच में पता चला कि गोपाल रोजाना 25-30 मरीजों का इलाज करता है और उसने 15 हजार से ज्यादा ऑपरेशन किया है। प्राथमिक पूछताछ में गोपाल ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि कश्मीरा ने उसे 4 हजार रुपये दिये थे गर्भ में बच्चे को मारने के लिए। उसने बताया कि उसने दो मेफीजेस्ट टेबलेट दिया था गर्भपात के लिए और लेबर पेन के लिए भी दो टेबलेट दिया था लेकिन इससे कुछ नहीं हुआ और उसकी हालत बिगड़ गयी। इसके बाद उसे डायमंड हार्बर अस्पताल ट्रांसफर कर दिया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला कि गोपाल अवैध तरीके से गर्भपात करवाता है। उसका विजिटिंग फीस 3 सौ रुपये लेकिन वहां फीस को लेकर मोल-भाव कर सकते हैं। इस तरह का डॉक्टर पिछले 12 सालों से इलाज कर रहा है। यह देखकर पुलिस भी अचंभित है।
फल विक्रेता का गोपनीय बयान किया गया दर्ज
पुलिस सूत्रों ने बताया कि शनिवार को फल विक्रेता का अलीपुर कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने गोपनीय बयान दर्ज कराया गया। फल विक्रेता ने सबकुछ मजिस्ट्रेट के सामने बताया है।