घटना की जांच के लिए जांच कमेटी का गठन
कोलकाता, समाज्ञा : अलीपुर चिड़ियाखाना के भीतर गुरुवार को होर्डिंग लगाते वक्त बिजली की चपेट में आकर दो श्रमिकों की मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतकों की पहचान तरणी घोष (३१) और प्रदीप बोस (४५) के रूप में हुई है। वहीं घायल श्रमिक का नाम लिटन दास (३७) है। तरणी मुर्शिदाबाद और प्रदीप ओड़िशा का रहने वाला था। लिटन
नवभागा का रहने वाला है। उसे सीएमआरआई अस्पताल में वेंटिलेशन में रखा गया है। इस घटना की जांच के लिए चिड़ियाखाना प्रबंधन ने जांच कमेटी का गठन किया है। वहीं इस मामले में अलीपुर चिड़ियाखाना के डायरेक्टर आशीष कुमार सामंत ने बताया कि चिड़ियाखाना के भीतर होर्डिंग लगाने के लिए टेंडर निकाला गया था। एक निजी संस्था को टेंडर मिला था। उक्त संस्था की तरफ से गत ४ अगस्त से चिड़ियाखाना के भीतर कैंप बनाकर कार्य कर रहा था। रोजाना की तरह गुरुवार को भी काम चल रहा था। हाथी के इनक्लोजर के विपरीत बाउंड्री वॉल के पास ही होर्डिंग लगाने का काम चल रहा था। गुरुवार की दोपहर १ बजे सूचना मिली की तीन श्रमिक बिजली की चपेट में आ गए हैं। इसके बाद उन्होंने चिड़ियाखाना की गाड़ी से तीनों को सीएमआरआई अस्पताल पहुंचाया गया जहां दो को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना निजी संस्था के मालिक और मैनेजर को भी दी गई और साथ ही स्थानीय वाट गंज थाने को दी गई। उन्होंने बताया कि घटना को लेकर एक जांच कमेटी बनाई गई है। उक्त कमेटी देखेगी कि घटना कैसे और क्यों घटी ? निजी संस्था की तरफ से श्रमिकों को सुरक्षात्मक साधन मुहैया करवाए गए थे या नहीं? किसकी लापरवाही से घटना घटी। जांच कमेटी की रिपोर्ट पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं चिड़ियाखाना सूत्रों का कहना है कि जहां घटना घटी है वहीं पर इलेक्ट्रिक पोल भी है। फिलहाल, पुलिस की तरफ से भी मामले की जांच की जा रही है।