कोलकाता : हाल ही में एक प्राइवेट लैब ने पूरे देश में सीरो पॉजिटिविटी सर्वे कराया। सर्वे में आए नतीजे संकेत दे रहे हैं कि बंगाल की 23 फीसदी और कोलकाता की 26 फीसदी आबादी में कोविड-19 ऐंटीबॉडीज विकसित हो चुके हैं। इससे इस बात की संभावना जताई जा रही है कि ये लोग कोरोना वायरस के संपर्क में आए होंगे और इससे लड़ने के लिए शरीर में इम्युनिटी विकसित हुई होगी जिससे इन्होंने बाकी आबादी के लिए एक शील्ड का काम किया।
जुलाई-अगस्त में हुए सर्वे के मुताबिक, नैशनल सीरो पॉजिटिव रेट 27 फीसदी है। थायरोकेयर ने पूरे देशभर में सीरो सर्वे कराया जिसमें कोलकाता के 9,041 लोगों को शामिल किया गया जबकि बंगाल के 22,589 लोगों के सैंपल लिए गए।
‘यह ब्लड बेस्ड सीरोलॉजी टेस्ट था
थायरोकेयर के मैनेजिंग डायरेक्टर ए वेलुमनि ने बताया, ‘यह ब्लड बेस्ड सीरोलॉजी टेस्ट था। जिस तरह एचआईवी, एचबीवी या एससीवी वायरस की पहचान की लिए टेस्ट किए जाते हैं, यह भी वैसा ही था। इस टेस्ट से हमें पता चलता कि व्यक्ति विशेष को कभी वायरस का संक्रमण हुआ था या नहीं।’
अच्छा होगा अगर सरकार भी कराए अपना सीरो सर्वे
एसएसकेएम अस्पताल से जुड़े एक डॉक्टर ने बताया, ‘बहुत अच्छा होगा अगर सरकार जून में केएमसी के कुछ वार्डों में कराए गए टेस्ट की तर्ज पर सीरो-पॉजिटिविटी की व्यापकता का पता लगाने के लिए अपने खुद के सर्वे के साथ आए। पॉजिटिव केसों के साथ इस सर्वे से स्वास्थ्य अधिकारियों को यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि हम हर्ड इम्युनिटी के कितने करीब हैं।’