नयी दिल्ली: लद्दाख में हाल ही में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में बहादुरी दिखाने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 294 जवानों को महानिदेशक (डीजी) प्रशस्ति से सम्मानित किया गया है।
आईटीबीपी ने शुक्रवार को बताया कि इस इलाके में तैनात 21 जवानों को वीरता पदक देने की अनुशंसा सरकार से की गई है।
आईटीबीपी ने दोनों सेनाओं के बीच गतिरोध के बारे में पहली बार आधिकारिक तौर पर जानकारी देते हुए बताया कि ‘‘किस तरह जवानों ने न केवल प्रभावी तरीके से अपनी रक्षा की बल्कि आगे बढ़ रहे पीएलए (चीन की जनमुक्ति सेना) के जवानों को करारा जवाब दिया और स्थिति को नियंत्रित किया।’’
इसने कहा, ‘‘आईटीबीपी ने इस वर्ष मई-जून में गतिरोध और झड़प के दौरान चीनी सैनिकों का सामना करने वाले 21 जवानों के नामों की अनुशंसा वीरता पदक के लिए की है।’’
बल ने कहा, ‘‘साथ ही स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 294 जवानों को महानिदेशक प्रशस्ति से सम्मानित किया गया है।’’
इसने कहा कि आईटीबीपी के जवानों ने उच्चस्तरीय पेशेवर कौशल दिखाया और ‘‘करारा जवाब दिया तथा भारतीय सेना के जख्मी जवानों को वापस लेकर लौटे।’’
लद्दाख में चीन के साथ झड़प के दौरान बहादुरी के लिए आईटीबीपी ने 294 जवानों को पुरस्कृत किया
