एक ही परिवार के 6 सदस्य हुए कोरोना पॉजिटिव

संक्रमितों में एक 9 महीने की गर्भवती भी शामिल

इसी परिवार की एक वृद्धा कोरोना संक्रमित होने से अस्पताल में है इलाजरत

हावड़ा,समाज्ञा: बंगाल में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच राजधानी कोलकाता और हावड़ा इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित है। हावड़ा में कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़कर 76 हो गई है। इस बीच शनिवार को भी वार्ड नंबर 13 के किंग्स रोड से एक ही परिवार के 6 सदस्यों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके साथ ही उक्त परिवार में काम करने वाले एक स्टाफ को भी कोरोना संक्रमित पाया गया है। यह खबर फैलते ही इलाके में हड़कंप मच गया। ज्ञात हो कि इसी परिवार की एक वृद्धा को गत मंगलवार को कोरोना संक्रमित होने से अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद परिवार के सभी सदस्यों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया था। जानकारी के मुताबिक शनिवार सुबह हावड़़ा नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जानकारी दी गयी कि उक्त परिवार के अन्य छह सदस्यों और स्टाफ के रिपोर्ट पॉजिटिव आए हैं। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक उक्त वृद्धा के पति, देवर, बेटा, बहू, दो बेटियों और घर में काम करने वाले स्टाफ को कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। वही दो बेटियों में से एक 9 महीने की गर्भवती है। हालांकि इनमें से अभी केवल 4 लोगों को ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार की रात करीब 9 बजे वृद्धा की गर्भवती बेटी को संजीवनी अस्पताल में तथा स्टाफ समेत 3 लोगों को गोलाबड़ी स्थित गैर-सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि अन्य लोगों को अस्पताल में बेड की व्यवस्था होने तक होम क्वॉरेंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया है।

स्थानीय लोगों में भय का माहौल

वार्ड नंबर 13 के किंग्स रोड में एक पूरे परिवार को कोरोना संक्रमित पाए जाने से भय का माहौल व्याप्त हो गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि उस परिवार की एक वृद्ध सदस्य को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अन्य लोगों को हम क्वॉरेंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया था किंतु लोग रास्ते में घूम रहे थे। आरोप है कि उक्त परिवार के स्टाफ को कई बार रास्ते के किनारे नालियों में शौच करते हुए देखा गया। इसके अलावा वह घर से बाहर निकल कर बीड़ी का सेवन भी करता है। लोगों की शिकायत है कि प्रशासन को इसे लेकर व्यवस्था करनी चाहिए अन्यथा पूरे किंग्स रोड में कोरोना को फैलने से कोई नहीं रोक पायेगा।

हावड़ा में एक साथ 7 लोगों को भी अस्पताल में भर्ती करने की नहीं है जगह!

शनिवार को एक ही परिवार के 6 लोगों और उनके स्टाफ को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद जब बात अस्पताल में भर्ती कराने की आई तब हावड़ा के कोरोना व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े हो गये। जानकारी के मुताबिक उक्त 7 लोगों में से केवल 7 लोगों को ही अस्पताल में भर्ती किया गया है। जबकि अन्य लोगों से कहा गया है कि इस वक्त किसी भी अस्पताल में बेड खाली नहीं होने की वजह से उन्हें होम क्वॉरेंटाइन में रहना है, जैसे-जैसे अस्पताल में बेड की व्यवस्था होती है उन्हें अस्पताल में स्थानांतरित किया जाएगा। इधर इस बात  का खुलासा होते ही हावड़ावासियों में भय उत्पन्न हो गया है। लोगों का कहना है कि जब हावड़ा में एक साथ सात लोगों को भी अस्पताल में भर्ती करने की व्यवस्था नहीं है  तो यह डराने वाली बात है। गौरतलब है कि हावड़ा में सत्यबाला आईडी अस्पताल, गोलाबाड़ी स्थित गैर सरकारी अस्पताल और उलूबेड़िया के संजीवनी अस्पताल को कोरोना अस्पताल बनाया गया है। 

उल्लेखनीय है कि गत मंगलवार को किंग रोड की रहने वाली एक 62 वर्षीय वृद्धा को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। यह वार्ड नंबर 13 में सबसे पहला मामला बताया गया है। वृद्धा को हाई ब्लड प्रेशर व शुगर जैसी बीमारियों से ग्रसित होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां टेस्ट में वहां कोरोना संक्रमित पाई गयी।

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