पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बाद बेलूर मठ में प्रवेश पर रोक

कोलकाता : रामकृष्ण मठ और मिशन के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय बेलूर मठ ने शनिवार को घोषणा की कि कोविड-19 महामारी का प्रकोप बढ़ने के कारण दो अगस्त से उसके परिसर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक रहेगी।
बेलूर रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी सुवीरानंद ने शनिवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि दो अगस्त से दूसरी बार आंगतुकों के मठ में प्रवेश पर रोक लगाई जा रही है।
हावड़ा जिले में हुगली नदी के किनारे स्थित मठ परिसर को 24 मार्च को लॉकडाउन लगने के साथ ही आंगतुकों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया था। बाद में अधिकारियों ने 15 जून से कुछ नियमों और सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ मठ के दरवाजे पुन: खोल दिये थे।
स्वामी सुवीरानंद ने कहा, ‘‘हम दो अगस्त से अगले नोटिस तक श्रद्धालुओं के लिए मठ और मंदिर को बंद कर रहे हैं।’’
स्वामी विवेकानंद द्वारा स्थापित मठ के एक अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के मामलों में तेजी से इजाफा होने के बाद जिला प्रशासन से परामर्श करके यह निर्णय लिया गया।
इस बीच देश की प्रमुख शक्तिपीठ तारापीठ काली मंदिर के अधिकारियों ने भी शनिवार से मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी। 23 जून को रथ यात्रा वाले दिन से सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ मंदिर के द्वार खोले गये थे।
मंदिर समिति के एक सदस्य ने कहा, ‘‘मंदिर पुन: खुलने के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं और हमें मंदिर को दोबारा बंद करना पड़ा। एक समय में अधिक लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं होने, सैनिटाइजर टनल का उपयोग करने और अन्य सुरक्षा उपायों को अपनाने के बावजूद हम लोगों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं।’’

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