कोलकाता मेडिकल कॉलेज में महिला समेत सफाई कर्मी कोरोना संक्रमित
अस्पताल के प्रसूति विभाग को किया गया सील
डॉक्टर, नर्स समेत 50 कर्मियों को भेजा गया क्वारंटाइन
कोलकाता : कोलकाता के एक और अस्पताल को कोरोना संक्रमण की वजह से बंद करने की नौबत आ गयी है। सोमवार को महानगर स्थित मेडिकल कॉलेज में दो लोगों में कोरोना की पुष्टि होने के बाद यहां के डॉक्टरों और नर्सों समेत 50 कर्मचारियों को क्वारंटाइन किया गया है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बच्चे को जन्म देने के बाद रविवार की देर रात एक महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है, जिसके बाद सोमवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रसूति विभाग को बंद कर दिया गया। इसके अलावा, अस्पताल के एक सफाई कर्मी में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। प्रशासन ने 50 ऐसे कर्मचारियों को चिन्हित किया है, जो इनके संपर्क में आए थे। इनमें कई डॉक्टर, नर्स और अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारी हैं, जिन्हें क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। बताया गया है कि जिस प्रसूति विभाग में महिला ने बच्चे को जन्म दिया था, वहां 12 और लोग भर्ती थे। उन सभी महिलाओं के भी खून के नमूने जांचे जाएंगे। सभी 50 लोग, जिन्हें क्वारंटाइन किया गया है, उनके नमूने को जांच के लिए भेज दिया गया है। आज शाम तक सभी की रिपोर्ट आने की संभावना है। अस्पताल के प्रसूति विभाग को बंद करने के साथ-साथ मेडिसिन वार्ड को भी सील करने का निर्णय लिया गया है। इसे सैनिटाइजेशन किया जाएगा। सोमवार की दोपहर, अस्पताल प्रबंधन ने एक आपातकालीन बैठक की, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है।
नवजात के ब्लड की जांच होगी
सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने फिलहाल इडेन बिल्डिंग को बंद करके यहां सेनिटाइजेशन अभियान चलाने का निर्देश दिया है। महिला को आइसोलेशन में स्थान्तरित कर दिया गया है। बच्चे के खून के नमूने को भी जांच के लिए भेजा जाएगा। इसके साथ ही अस्पताल में भर्ती अन्य रोगियों और नवजातों पर भी संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है।
स्वास्थ्य कर्मियों ने किया विरोध प्रदर्शन
सोमवार को कोलकाता मेडिकल कॉलेज के सुपर को स्वास्थ्य कर्मियों के विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान, उन्होंने आरोप लगाया वर्तमान में पीपीई के बिना काम करने के साथ-साथ जनबहुल इलाके में घर होने से अन्य लोगों के संक्रमित होने का खतरा हैं। इस कारण, वे असुरक्षा महसूस कर रहे है। इस दिन, इन मांगों को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों ने लगभग एक घंटे तक सुपर के सामने विरोध प्रदर्शन किया। बाद में, सुपर के आश्वासन से स्वास्थ्य कर्मियों विरोध खत्म किया।