बीस दिनों में बच्ची समेत 3 लोगों की हुई मौत
हावड़ा : डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य अफसर चाहे जो दावे करते हो, लेकिन डेंगू लोगों को दबे पांव अपनी चपेट में ले रहा है।इसी बीच हावड़ा में डेंगू से एक और मौत हो गयी। इस बार दक्षिण हावड़ा के सांतरागाछी थाना अंतर्गत ठाकुर रामकृष्ण लेन इलाके में डेंगू का कहर बरपा है। जहां एक युवती की डेंगू से मौत हो गयी। मृतका का नाम केया गोस्वामी (27) है। पिछले 20 दिनों में डेंगू से यह तीसरी मौत है। मृतका के परिजनों ने बताया कि गत एक 7 दिनों से केया तेज बुखार से पीड़ित थी। उसे गत बुधवार यानी 30 अक्टूबर को रामराजातल्ला स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। लगातार इलाज के बाद भी उसका बुखार नहीं उतरा तो उसे चूनाबाटी के नर्सिग होम में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान बुधवार सुबह उसकी मौत हो गयी। अस्पताल द्वारा जारी मृत्यु प्रमाण पत्र में भी डेंगू का उल्लेख किया गया है।

युवती की मौत के बाद परिजनों में रोष व्याप्त हो गया। परिजनों ने नर्सिंग होम के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। हावड़ा नगर निगम पर भी परिजनों व स्थानीय लोगों का गुस्सा फूटा। परिजनों ने कहा कि दो और बहने हैं जिसमें बड़ी बहन भी बुखार से पीड़ित है। लेकिन जिला स्वास्थ्य कार्यालय या नगर निगम से इसकी जांच करने कोई नहीं आया। लोगों का कहना है अत्याधिक गंदगी होने की वजह से यहां डेंगू कहर बनकर टूटा है। इस बारे में कई बार निगम को अवगत कराया गया लेकिन किसी ने सुध नहीं ली।
इधर हावड़ा की मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी भवानी दास ने कहा, “मुझे आधिकारिक तौर पर डेंगू से मौत का कारण नहीं बताया गया है। हालांकि, अगर डेंगू से मृत्यु हुआ है तो नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग एक की टीम लार्वा की पहचान करने के लिए इलाके में जाएगी। इस मामले में नगर निगम को आगे आना होगा।” वहीं निगम आयुक्त बीजिन कृष्ण ने कहा, “स्वास्थ्य अधिकारियों की एक टीम को उस क्षेत्र में भेजा जाएगा। अगर काम में लापरवाही बरती गई है तो उचित कार्रवाही की जाएगी।” उल्लेखनीय है कि गत 24 अक्टूबर को घुसुड़ी की रहने वाली अनोखी वर्मा (4) नामक एक बच्ची की मौत हो गई थी। इसके एक सप्ताह बाद ही गत 2 नवंबर को चटर्जीहाट की रहने वाली अख्याति दास (10) नामक बच्ची की डेंगू के चपेट में आने से मौत हो गयी। दोनों के मृत्यु प्रमाण पत्र में डेंगू शॉक सिंड्रोम का उल्लेख किया गता है।