कहा, जिनके पांव के नाखुन से लेकर सिर के बाल तक भ्रष्टाचार में लिप्त है, वे अधिक चिल्लाते हैं
हावड़ा,समाज्ञा : विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ दल के भीतर दरार बढ़ती ही जा रही है। हाल ही में वन मंत्री राजीव बनर्जी ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाई है। हालांकि, इसपर पर्दा डालने के लिए मंत्री फिरहाद हकीम आगे आए। लेकिन, महज 24 घंटों के भीतर, फिर से तृणमूल में आपसी विवाद बाहर आ गया। इस बार राज्य के सहकारिता मंत्री अरूप रॉय ने बिना नाम लिए ही राजीव बनर्जी पर निशाना साधा है। रविवार को अरूप रॉय ने कहा, जिनके पांव के नाखुन से लेकर सिर के बाल तक भ्रष्टाचार में लिप्त है, वे अधिक चिल्लाते हैं। पार्टी ने उन्हें योग्यता से ज्यादा दिया है। हालांकि, अरूप रॉय ने अपनी टिप्पणियों में वन मंत्री के नाम का उल्लेख नहीं किया। हालांकि, राजनीतिक गलियारों में सभी जानते हैं कि राजीव बनर्जी और अरूप रॉय के बीच संबंध अच्छे नहीं हैं। यह और भी स्पष्ट हो गया जब एक दिन पहले शनिवार को राजीव बनर्जी ने पार्टी के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया और उसके बाद रविवार को अरूप रॉय ने उनपर हमला किया। उल्लेखनीय है कि शुभेंदु अधिकारी ने हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उसके दलबदल की अटकलें अभी भी जारी हैं। इस बीच, विधायक मिहिर गोस्वामी ने लंबे समय तक तृणमूल कांग्रेस के विरोध के बाद अपनी पार्टी बदल दी। उन्होंने विपक्षी पार्टी भाजपा में शामिल हो गये। शीलभद्र दत्त, अतीन घोष समेत अन्य विधायकों के गले में विद्रोह की धुन है। गत शनिवार को राज्य के वन मंत्री व डोमजूड़ के विधायक राजीव बनर्जी ने भी विरोधी स्वर बोले हैं। वन मंत्री ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया। इसके बाद ही रविवार सुबह ही उत्तर कोलकाता के विभिन्न हिस्सों में राजीव बनर्जी के नाम पर पोस्टर लगा हुआ पाया गया। इस संदर्भ में, बिना नाम लिए अरूप रॉय ने राजीव बनर्जी को आड़े हाथ लिया है।