-कहा, शिक्षामंत्री के इशारे पर हो रहा अपमान
-शोभन करीबी बैशाखी ने कॉलेज से इस्तीफा दिया
कोलकाता : कोलकाता के पूर्व मेयर व पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी की करीबी मित्री बैशाखी ने मिली अल आमिन कॉलेज के टीचर इंचार्ज के पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के साथ ही राज्य सरकार पर भी तीखा हमला किया। विशेष कर शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी पर उन्होंने विस्फोटक आरोप लगाया तथा कहा कि उनके आदेश पर ही 2 दिनों से उन्हें सोशल मीडिया पर सांप्रदायिकता का तमगा लगाते हुए अपमानित किया जा रहा है। शोभन को बगल में बैठा कर पत्रकारों से बात करते हुए काफी भावूक होते हुए बैशाखी ने कहा कि शोभन के पार्टी में वापस नहीं लौटने के चलते ही उनके करिअर को खत्म करने की साजिश हो रही है। उन्होंने कहा कि बुधवार सुबह भी उन्हें शिक्षा विभाग की तरफ से फोन किया गया था। लेकिन उन्होंने पद से हटाए जाने के पहले ही स्वयं इस्तीफा देने का फैसला किया है। बैशाखी ने कहा कि गुरुवार को वीसी से मुलाकात कर वे फैसले की जानकारी देंगी।
बैशाखी ने कहा कि शिक्षा जगत में सांप्रदायिकता का रंग फैलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दीदी के बोलो कैंपेन की शुरुआत की है। वे मीडिया के माध्यम से उनसे अनुरोध कर रही हैं कि जिस तरह से उनके खिलाफ अन्याय हो रहा है, वे उन्हें उससे मुक्ति दिलाएं। बैशाखी ने कहा कि जिस शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी का वे कभी काफी सम्मान किया करती थी, आज वे उनके चलते ही प्रताणित हो रही हैं। बैशाखी ने कहा कि 23 जुलाई को पार्थ चटर्जी मध्य रात्रि को घर आए थे। शोभन के साथ बैठक करने के लिए ।तभी इस्तीफा देने की इच्छा जताई?थी, लेकिन उन्होंने भरोसा दिया था कि उनके रहते कोई अपमानित नहीं कर सकेगा। क्यों इस्तीफा देना? लेकिन उनके आदेश पर ही सोशल मीडिया के माध्यम से अपमानित किया जा रहा है। बैशाखी ने सवाल किया कि हिंदु होते हुए भी इतने दिनों तक कॉलेज में रही, कभी कोई सवाल नहीं उठा। फिर अब सांप्रदायिकता का सवाल क्यों उठ रहा है? उन्होंने कहा कि इसीलिए वे अपना इस्तीफा वीसी के पास भेज रही हैं। बैशाखी ने कहा कि माकपा के जमाने में तृणमूल कांग्रेस करने का आरोप लगता था। और अब कहा जा रहा है कि आरएसएस व भाजपा के प्रति झुकाव है। बार-बार लांक्षित होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वे गुरुवार को वीसी से मुलाकात कर अपनी स्थिति स्पष्ट कर देंगी। बैशाखी ने सोशल मीडिया पर स्वयं को ट्रोल किए जाने के बारे में बताते हुए कहा कि यह शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी के आदेश पर ही हो रहा है। शोभन के पार्टी में वापस नहीं लौटने के चलते ही मेरा करिअर खत्म करने की साजिश हो रही है क्योंकि शोभन की पार्थ संग बैठ बेनतीजा रही थी।
छोटी घटना नहीं, बड़ा कार्यक्रम : वहीं, बैशाखी के साथ मौजूद शोभन चटर्जी ने भी सरकार व तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा तथा कहा कि उनके पार्टी में नहीं लौटने पर उनके (बैशाखी) करिअर को खत्म करने की धमकी दी जा रही है। कहा जा रहा है कि शोभन को पार्टी में लौटना होगा। पूर्व मेयर ने सवाल के लहजे में कहा कि क्या ऐसी कोई पूर्व शर्त थी? शोभन ने कहा कि यह कोई मामूली या छोटी घटना नहीं है। यह काफी बड़ा कार्यक्रम(राजनीति) है। सरकार व शिक्षा विभाग को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच भी करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे कहां जाएंगे, इस बारे में समय आने पर सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। पार्टी से काफी नाराज दिख रहे शोभन ने कहा कि वे जो भी फैसला लेंगे, सबके सामने लेंगे। बैशाखी के फैसले पर शोभन ने कहा कि उन्होंने इस्तीफे के लिए बैशाखी दवाब नहीं डाला। हां, एक दोस्त के नाते वे बैशाखी के फैसले के साथ हैं।