कोलकाता : पूर्व क्रिकेटर एवं आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मोयना सीट से भाजपा उम्मीदवार अशोक डिंडा ने कहा कि यदि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भाजपा में शामिल हो जाते हैं, तो वह सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को ‘‘क्लीन बोल्ड’’ कर देंगे।
डिंडा का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब अटकलें लगाई जा रही हैं कि भाजपा बीसीसीआई अध्यक्ष को अपनी पार्टी में शामिल करना चाहती है, लेकिन गांगुली ने इस बारे में अभी तक कोई राजनीतिक प्रतिबद्धता नहीं जताई है।
गांगुली के साथ क्रिकेट टीम में साथी रहे डिंडा ने कहा कि भाजपा ‘दादा’ (गांगुली) को पार्टी में शामिल करना चाहती है।
डिंडा ने ‘पीटीआई भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘यदि गांगुली शामिल होते हैं, तो (तृणमूल) क्लीन बोल्ड हो जाएगी। हम केवल 200 का आंकड़ा पार करने का लक्ष्य नहीं रख रहे, (पूरी) 294 सीटों पर जीत संभव है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘निस्संदेह हम चाहते हैं कि दादा पार्टी में शामिल हो जाएं, क्योंकि यदि वह शामिल हो जाते हैं, तो इससे हमारी बड़ी जीत सुनिश्चित होगी।’’
भारत के लिए 13 एकदिवसीय और नौ टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेलने वाले 36 वर्षीय डिंडा को 24 फरवरी को भाजपा में शामिल किया गया था।
अनुभवी तेज गेंदबाज डिंडा ने फरवरी में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की थी, जिसके करीब तीन सप्ताह बाद वह भाजपा में शामिल हुए। विधानसभा चुनाव में उनके सामने तृणमूल के मौजूदा विधायक संग्राम कुमार दोलाई की चुनौती होगी।
डिंडा ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि दादा जीवन भर मेरे साथ रहें। उन्होंने अच्छे-बुरे समय में हमेशा मेरा साथ दिया है। यहां मुझे एक और दादा (शुभेंदु अधिकारी) मिले हैं, लेकिन मैं चाहता हूं कि क्रिकेट के मैदान के मेरे दादा भी मेरे साथ रहें।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने राजनीति में शामिल होने के बाद गांगुली से बात की है, डिंडा ने कहा, ‘‘मैं पिछले कुछ दिन से बहुत व्यस्त हूं। मैं अपने परिवार से भी बात नहीं कर पाया हूं। मैं जानता हूं कि भले ही मेरी दादा से हाल-फिलहाल बातचीत नहीं हुई है, लेकिन वह मेरे साथ हैं।’’
डिंडा ने कहा, ‘‘वह राजनीति में इसलिए शामिल हुए, क्योंकि यह प्रणाली का हिस्सा बनकर लोगों की सेवा करने का सबसे अच्छा मंच है। मैंने हमेशा ईमानदारी और कड़ी मेहनत से काम किया है। मैंने कभी झूठे वादे नहीं किए। मैं वही प्रयास फिर से करना चाहता हूं, जिनके कारण मैं क्रिकेटर बना।’’
मोयना विधानसभा सीट के लिए एक अप्रैल को चुनाव के पहले चरण में मतदान होगा।
डिंडा ने कहा कि हालांकि राजनीति एक अलग चुनौती है, लेकिन एक खिलाड़ी होने के नाते उनकी इच्छाशक्ति दृढ़ है।
यह पूछे जाने पर कि उन्होंने भगवा दल में शामिल होने का फैसला क्यों किया, डिंडा ने कहा, ‘‘भाजपा एक राष्ट्रीय दल है और दुनिया के सबसे बड़े दलों में से एक है। इसकी एक सोच है। यह भ्रष्ट नहीं है।’’
राजनीति में अधिकारी को अपना गुरु बताने वाले डिंडा ने कहा कि अधिकारी का तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल होना सही था।
उन्होंने कहा, ‘‘जब पार्टी आपको काम नहीं करने देती, तो बहुत मुश्किल हो जाता है। यदि कोई काम करना चाहता है, तो उसे वंचित क्यों रखा जाए?’’
डिंडा ने कहा कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र को ‘सोनार मोयना’ में बदलना चाहते हैं और स्वास्थ्यसेवा, शिक्षा एवं रोजगार पर मुख्य रूप से ध्यान देना चाहते हैं।
तृणमूल को ‘क्लीन बोल्ड’ करने के लिए ‘दादा’ को अपनी पार्टी में शामिल करना चाहती है भाजपा: अशोक डिंडा
