- 1.87 करोड़ रुपये के सोने के बिस्कुटों के साथ पकड़ा
- आइसीपी पेट्रापोल में एक ही दिन में सोने की तस्करी के चार प्रयासों को किया विफल
कोलकाता : बीएसएफ जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित एकीकृत जांच चौकी (आइसीपी) पेट्रापोल के रास्ते पासपोर्ट व वीजा की आड़ में यात्री बनकर सोने की तस्करी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पेट्रापोल में तैनात के दक्षिण बंगाल सीमांत अंतर्गत 145वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने अलग-अलग घटनाओं में तलाशी के दौरान शुक्रवार को एक ही दिन में सोने की तस्करी के चार प्रयासों को विफल कर चार बांग्लादेशी यात्रियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से तीन किलोग्राम से ज्यादा वजन के 23 सोने के बिस्कुट, चार कंगन और एक अंगूठी जब्त की गई। गिरफ्तार लोगों में एक महिला भी शामिल है। बीएसएफ ने शनिवार को एक बयान में बताया कि जब्त सोने की अनुमानित कीमत 1.87 करोड़ रुपये है। अधिकारियों ने बताया कि इनमें महिला को छोड़ बाकी तीनों यात्री अपने मलाशय में तस्करी के सोने के बिस्कुटों को छिपाकर बांग्लादेश से भारत ला रहे थे। सोने की कोलकाता में डिलीवरी की जानी थी।
बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत के जनसंपर्क अधिकारी व डीआइजी अमरीश कुमार आर्य ने बताया कि बांग्लादेश से आने वाले यात्रियों की शुक्रवार सुबह नियमित जांच के दौरान मेटल डिटेक्टर ने अलग-अलग घटनाओं में बेलाल हुसैन, आज़ोम खान और मोहम्मद कबीर के शरीर के निचले हिस्से में किसी धातु की उपस्थिति का संकेत दिया। पूछताछ करने पर सभी ने अपने मलाशय में सोने के बिस्कुट होने की बात स्वीकार की। बाद में बेलाल हुसैन व आजोम खान के पास से छह-छह सोने के बिस्कुट जबकि मोहम्मद कबीर के पास से 11 बिस्कुट बरामद किए गए, जो पारदर्शी टेप से लपेटकर उनके मलाशय में छुपाए हुए थे। तीनों बांग्लादेश के कोमिला जिले के रहने वाले हैं।
अन्य घटना में उसी दिन ढाका की रहने वाली जुबिदा खानम नाम की यात्री द्वारा पहने गए चार कंगन व एक अंगूठी असामान्य आकार में थे। पूछताछ में वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी। इसके बाद सोने के साथ उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

तस्करी गिरोह का हिस्सा हैं चारों
प्रारंभिक जांच में पता चला कि ये चारों एक गिरोह का हिस्सा हैं और बड़े तस्कर के निर्देश पर यात्री के वेश में बांग्लादेश से भारत में सोने की तस्करी करते हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ कि सोने की सफलतापूर्वक डिलीवरी करने पर प्रत्येक को 10-10 हजार बांग्लादेश टका मिलना था। बीएसएफ ने जब्त सोने के साथ पकड़े गए तस्करों को आगे की कार्रवाई के लिए सीमा शुल्क विभाग, पेट्रापोल को सौंप दिया है।