कोलकाता ; पश्चिम बंगाल के बस मालिकों के एक संघ ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि 15 वर्ष की समयसीमा के चलते 2024 के बाद राज्य में ज्यादातर बसों का चलना बंद हो जाएगा। उन्होंने शुक्रवार को परिवहन विभाग से यह अवधि दो साल बढ़ाने की मांग की।
ज्वाइंट कॉंसिल ऑफ बस सिंडिकेट ने कहा कि बस मालिक अपने पुराने वाहनों को नयी पर्यावरण-अनुकूल बसों से बदलने की स्थिति में नहीं हैं।
संगठन के सचिव तपन बनर्जी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमने सरकार से बस मालिकों को इंजन बदलने के लिए मौका देने का अनुरोध किया है। साथ ही दो साल तक अवधि बढ़ाने का भी आग्रह किया है क्योंकि कोविड महामारी के दौरान दो साल तक बसें बंद रहीं। ’’
संगठन के सूत्रों का कहना है कि वर्तमान में शहर में 32 हजार बस और मिनीबस चल रही हैं, जो कोविड- पूर्व अवधि की तुलना में 40 फीसदी कम हैं।
परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार, वाणिज्यिक वाहनों के लिए जारी की गई 15 वर्ष की समयसीमा पर समझौता नहीं किया जा सकता है और सरकार इस पर कुछ नहीं कर सकती। हालांकि, हम उनकी विभिन्न मांगों पर चर्चा के लिए तैयार हैं। ’’
बंगाल के बस संचालकों ने 15 वर्ष की समयसीमा को बढ़ाने की मांग की
