कोलकाता : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नारद स्टिंग टेप मामले में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि इस मामले में एसएमएच मिर्जा पहले भी सीबीआई के सामने पेश हो चुके हैं। अब सीबीआई की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि एसएमएच मिर्जा उस समय वर्द्धमान जिले के पुलिस अधीक्षक थे, जब नारद न्यूज पोर्टल के मैथ्यू सैमुअल्स ने स्टिंग ऑपरेशन किया था। बता दें कि इस केस में सीबीआई ने प्राथमिक जांच पूरी होने के बाद टीएएमसी के तत्कालीन राज्यसभा सांसद मुकुल रॉय, लोकसभा सांसद सौगत रॉय और पूर्व विधायक मदन मित्रा जैसे पश्चिम बंगाल की राजनीति के बड़े नामों पर कथित तौर पर आपराधिक षडयंत्र रचने और भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया था। बता दें कि मुकुल रॉय अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।
क्या है नारद टेप केस?
नारद टेप में तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं और आईपीएस अधिकारियों को एक स्टिंग ऑपरेशन में कथित कारोबारी को लाभ पहुंचाने के बदले में उससे रुपये लेते दिखाया गया है। यह स्टिंग ऑपरेशन साल 2014 में किया गया था। हालांकि, स्टिंग विडियो फुटेज 2016 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले न्यूज पोर्टल पर अपलोड किए गए थे, जिससे राज्य की राजनीति में तूफान पैदा हो गया। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद मामले की जांच अपने हाथ में लेते हुए सीबीआई ने तृणमूल के शीर्ष 12 नेताओं पर मामला दर्ज किया, जिसमें सांसद, पश्चिम बंगाल के मंत्री और मिर्जा शामिल हैं।