कोलकाता : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल-रानीगंज क्षेत्र में कथित अवैध कोयला खनन और ढुलाई के सिलसिले में मंगलवार को उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने दो राज्यों में उन लोगों के ठिकानों पर छापा मारा, जिनके बारे में उसे संदेह है कि इस मामले के मुख्य आरोपी अनूप मांझी उर्फ लाला के साथ उनका संबंध है।
सूखे ईंधन की खरीद और बिक्री में लगी एक कंपनी के निदेशक मांझी गिरफ्तारी से बच रहे हैं। सीबीआई ने उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया है।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि एजेंसी उन कारोबारियों पर कड़ी नजर रख रही है, जिनका मांझी से करीबी संबंध है।
जांच एजेंसी ने मांझी के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद पिछले साल 28 नवंबर को चार राज्यों पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया था।
सीबीआई ने ‘विश्वसनीय सूत्रों’ से ईसीएल, सीआईएसएफ और रेलवे के अधिकारियों के साथ साठगांठ करके ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के लीजहोल्ड क्षेत्र में कोयले के अवैध उत्खनन और चोरी का संकेत मिलने पर कार्रवाई की थी।
सीबीआई टीम ने 23 फरवरी को तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के घर जाकर मामले के सिलसिले में उनकी पत्नी रूजिरा से पूछताछ की थी। एजेंसी ने इसी मामले में उससे एक दिन पहले रुजिरा की बहन मेनका गंभीर से भी पूछताछ की थी।
अभिषेक बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे हैं।
कोयला चोरी मामले में सीबीआई ने उप्र, मप्र में कई स्थानों पर मारा छापा
