डीएम के साथ बैठक करने के बाद टीम ने हावड़ा जिला अस्पताल का दौरा किया
हावड़ा,समाज्ञा: राज्य में कोरोना मामलों की संख्या समय के साथ बढ़ती जा रही है। हावड़ा में भी संक्रमण उसी गति से फैल रहा है। राज्य सरकार ने लॉकडाउन में ढील दी गई है, लेकिन प्रशासन के लिए चुनौती यह है कि बीमारी को फैलने से रोका जाए। इस स्थिति में, तीन सदस्यीय केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल शहर में स्थिति की जांच करने के लिए फिर से हावड़ा आया। टीम ने निरीक्षण किया कि लॉकडाउन प्रतिबंधों का पालन पूरी तरह से इन किया जा रहा है या नहीं। केंद्रीय टीम ने हावड़ा जिला अस्पताल के बुनियादी ढांचे का निरीक्षण किया। जानकारी के मुताबिक वे बुधवार की सुबह लगभग 10:30 बजे हावड़ा पहुंचे और सबसे पहले यहां की जिलाधिकारी से मिले। वहां उन्होंने हावड़ा के जिलाधिकारी मुक्ता आर्य के साथ तकरीबन 45 मिनट तक बैठक की। बाद में, टीम ने न्यू कलेक्टरेट बिल्डिंग से सटे हावड़ा अस्पताल की स्वास्थ्य प्रणाली का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल के कोरोना वार्ड का भी दौरा किया।

हालांकि कोविड-19 मरीजों का फिलहाल हावड़ा जिला अस्पताल में इलाज नहीं किया जा रहा है, लेकिन वे यह भी देख रहे हैं कि आने वाले दिनों में यहां के बुनियादी ढांचे में रहने पर किस तरह का इलाज संभव है।इस दौरान केंद्रीय दल के साथ जिला मजिस्ट्रेट मुक्ता आर्य, हावड़ा नगर निगम के आयुक्त धवल जैन, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी भबानी दास और जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी समेत हावड़ा जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नारायण चटर्जी और अन्य उपस्थित थे।कई मिनटों तक अस्पताल का जायजा लेने के बाद केंद्रीय टीम अस्पताल से चली गयी। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार को राज्य में चिकित्सा उपचार के मुद्दे पर कलकत्ता उच्च न्यायालय में जनहित मामले में एक हलफनामा दायर करना होगा। केंद्र, राज्य में स्थिति का पता लगाने के बाद आगामी सप्ताह कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक हलफनामा दायर करेगा। गौरतलब है कि वर्तमान में हावड़ा में कोरोना पर स्थिति काफी चिंताजनक है। जिले में प्रवासी श्रमिकों के लौटने के बाद से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। संक्रमण और मौत के ग्राफ के मुताबिक हावड़ा में अब तक 1500 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 908 लोगों का अभी भी शहर और आसपास के शहर कोलकाता के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। कुल 53 लोगों की मौत हुई। नतीजतन, केंद्रीय टीम यह देखने के लिए हावड़ा आई कि जिले में स्वास्थ्य प्रणाली अब किस स्तर पर है। ज्ञात हो कि गत 24 अप्रैल को हावड़ा में लॉक डाउन की स्थिति पर नजर रखने के लिए दिल्ली से सेंट्रल टीम शुक्रवार शाम हावड़ा पहुंची। इस दौरान सेंट्रल टीम ने डुमुरजोला स्टेडियम में बने क्वॉरंटाइन सेंटर, फुलेश्वर स्थित संजीबन अस्पताल, हावड़ा जिला अस्पताल गोलाबारी स्थित निजी अस्पताल का दौरा किया था। अस्पताल से निकलने के बाद ये टीम सीधे उत्तर हावड़ा पहुंची और सलकिया, बांधाघाट सहित अन्य प्रभावित इलाकों का जायजा लिया।