एनआरएस के बाद अब आरजीकर का वार्ड बंद, कई डॉक्टरों को किया क्वॉरेंटाइन
कोलकाता : एनआरएस के बाद अब कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज में लापरवाही का सनसनीखेज मामला आरजीकर अस्पताल से भी सामने आया है। यहां भी कोरोना पीड़ित दो लोगों को साधारण वार्ड में रखकर इलाज किया गया। बाद में, जब संक्रमण की पुष्टि हुई और एक वृद्धा की मौत हो गई, तब जाकर अस्पताल के 15 चिकित्सकों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों समेत कई रोगियों को क्वारंटाइन करना पड़ा है। इसके साथ ही शनिवार को आरजीकर अस्पताल के मेडिसिन वार्ड को भी बंद कर दिया गया है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर ऐसा किया गया है। बताया गया है कि कोरोना के संदिग्ध लक्षणों वाले दो लोगों को साधारण वार्ड में रखकर इलाज किया गया था। उसमें से एक वृद्धा की मौत शुक्रवार की रात हुई थी। शनिवार की सुबह, इसकी रिपोर्ट आई है, जिसमें पता चला है कि वह कोरोना वायरस से पॉजिटिव थी। इसके बाद, अस्पताल में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर मेडिसिन वार्ड को बंद कर दिया गया है। 15 ऐसे डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को चिन्हित किया गया है, जो उस रोगी के संपर्क में आए थे। सभी के नमूने को जांच के लिए भेज दिया गया है। इन्हें क्वॉरेंटाइन भी किया गया है। यह भी बताया गया है कि जिस वार्ड में इन दोनों को पहले भर्ती किया गया था, वहां 10 रोगी इलाजरत हैं। उन्हें भी आइसोलेट करने की व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी फुटेज देखकर उन लोगों की भी शिनाख्त की जा रही है, जो इन वार्डों के संपर्क में आए थे।