कोलकाता : राज्य में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण की जांच के लिए अब कोलकाता में भी टेस्ट किट तैयार किए जाएंगे। स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन में खून के नमूने जांचने के लिए किट तैयार किए जाएंगे। राज्य सरकार ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी है। राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया है कि इस टेस्ट किट का नाम दिया गया है वायरल ट्रांसपोर्ट मीडिया। नोबेल कोरोना वायरस पीड़ित के संदेह में चिकित्साधिन व्यक्ति के शरीर से नमूने निकालकर यही जांच करा सकेंगे। कुछ नमूने जांच के लिए लाए भी गए हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कोलकाता में इस जांच किट के तैयार होने के बाद संदिग्ध तौर पर पीड़ित लोगों के नमूने जांचने में और अधिक मदद मिलेगी। इससे करोना संक्रमित लोगों की रिपोर्ट तुरंत तैयार की जा सकेगी और चिकित्सा भी जल्द होगी। इससे समय भी बचेगा और अधिक लोगों की जान भी बचाई जा सकेगी। बताया गया कि स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन में पहले भी किट तैयार किए गए हैं। पहले यहां जांच किट ही तैयार होते थे। लेकिन बीच में बंद कर दिया गया था। अब इस महामारी के लिए ऐसे दोबारा इस्तेमाल में लाया जा रहा है।
कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए दक्षिण कोरिया का मॉडल अपनाएगा पश्चिम बंगाल
राज्य सरकार कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए दक्षिण कोरिया का मॉडल अपना सकता है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण पर काबू पाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों का टेस्ट कराया जाएगा, जिससे इससे संक्रमित लोगों की सही संख्या के बारे में पता चल सके और समय रहते इसकी रोकथाम को लेकर ठोस कदम उठाया जा सके। मालूम हो कि कोरिया ने डागू शहर में चर्च के सदस्यों की सबसे पहले टेस्टिंग शुरू की और फिर उन लोगों की जो उनके सम्पर्क में आए थे। राज्य स्वास्थ्य विभाग भी इस महामारी से मुकाबले के लिए दक्षिण कोरिया का ही मॉडल अपनाने जा रहा है। स्वास्थ विभाग सूत्रों के मुताबिक, इसके तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों का टेस्ट किया जाएगा, जिससे कोरोना से संक्रमित लोगों की सही संख्या का पता चल सकेगा। इससे समय रहते