यूपीए के समय में बने डिटेंशन कैंप का उद्देश्य अलग था जबकि आज ये एनआरसी को नजर में रखकर बनाए जा रहे हैं
नई दिल्लीः डिटेंशन सेंटरों को लेकर केंद्र सरकार और कांग्रेस के बीच वार-पलटवार का सिलसिला जारी है। डिेटेंशन सेंटरों को लेकर कांग्रेस पर देश को गुमराह करने के बीजेपी के आरोपों पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने हमला बोला है। उन्होंने शनिवार को कहा कि यूपीए के समय में बने डिटेंशन कैंप का उद्देश्य अलग था जबकि आज ये एनआरसी को नजर में रखकर बनाए जा रहे हैं। बता दें कि बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की अगुआई वाली यूपीए सरकार के दौरान असम में डिटेंशन सेंटर बने थे और अब कांग्रेस देश को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
हमने फॉरेनर्स ऐक्ट के तहत बनाए थे डिटेंशन कैंप: चिदंबरम
‘यूपीए के समय के डिटेंशन कैंप आज के डिटेंशन कैंप से कैसे अलग हैं’ के सवाल पर चिदंबरम ने कहा, ‘हमारे समय में डिटेंशन कैंप फॉरेनर्स ऐक्ट के तहत बनाए गए थे न कि नागरिकता संशोधन कानून या एनआरसी के संदर्भ में बनाए गए थे। फॉरेनर्स ऐक्ट के हिसाब से अगर कोई व्यक्ति विदेशी के तौर पर चिह्नित होता है तो उसे डिटेंशन सेंटर में रखने की जरूरत होती है। एक जनहित याचिका पर गुवाहाटी हाई कोर्ट ने असम को डिटेंशन सेंटर बनाने का निर्देश दिया था। इसके लिए केंद्र सरकार ने फंड दिया था।’
‘मोदी सरकार एनआरसी के लिए बना रही डिटेंशन कैंप’
चिदंबरम ने आगे कहा कि आज डिटेंशन कैंप अलग उद्देश्य से बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘ …आज का संदर्भ बिलकुल अलग है। फॉरेनर्स ऐक्ट या हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के आधार पर डिटेंशन कैंप नहीं बन रहे हैं। वे एनआरसी को ध्यान में रखकर डिटेंशन कैंप बनाना चाहते हैं। असम में डिटेंशन सेंटर एनआरसी को लेकर बनाए जा रहे हैं। 19 लाख लोगों के लिए बनाए जा रहे हैं….2012 में 100-200 लोगों के लिए डिटेंशन कैंप बनाने का आदेश हुआ था लेकिन ये 19 लाख लोगों के लिए बना रहे हैं।…हमने जो डिटेंशन कैंप बनाए वे जेल के भीतर ही एक अलग शेल के तौर पर थे।’
‘जबतक देश में कांग्रेस है सीएए लागू नहीं करने देंगे’
इससे पहले केरल के तिरुवनंतपुरम में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रैली को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा कि देश में जबतक कांग्रेस है, तबतक सीेेएए को लागू नहीं करने दिया जाएगा। चिदंबरम ने रैली में कहा, ‘हमारी मांग है कि सीएए को सस्पेंड किया जाए और एनआरसी को पूरी तरह रोक दिया जाए। ये हमारी मांगें हैं और जबतक उन्हें मान नहीं लिया जाता, हम संघर्ष करते रहेंगे।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि हर तरीके से सीएए असंवैधानिक है और उन्हें पूरा विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट इसे खारिज कर देगा। उन्होंने कहा कि जबतक देश में कांग्रेस है तबतक सीएए को लागू नहीं करने दिया जाएगा। पूर्व गृह मंत्री ने कहा, ‘सीएए हमारे संविधान के मूल आधार को नष्ट करता है।’