पुण्य की डुबकी लगाने गंगासागर पहुंचने लगे श्रद्धालु

पंचायत मंत्री ने किया हर व्यवस्था के पुख्ता होने का दावा


गंगासागर, समाज्ञा : हर साल की भांति इस साल भी मकर संक्रांति के पावन अवसर पर गंगासागर में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए देश भर से श्रद्धालु एवं तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ पहले ही गंगासागर में उमड़ने लगी हैं। बताया गया है कि अभी तक लगभग पांच लाख श्रद्धालुओं ने गंगासागर में डुबकी लगा ली है और वर्तमान में, आठ लाख श्रद्धालु गंगासागर में उपस्थित हैं। आने वाले दो – तीन दिनों में, इसकी संख्या और बढ़ेगी। साथ ही, बताया जा रहा है कि कई श्रद्धालु विदेशों से भी यहां आए हैं। रविवार को गंगासागर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने पहुंचे दमकल मंत्री सुजीत बोस, मंत्री गयासुद्दीन मोल्ला, पंचायत व ग्राम विकास मंत्री सुब्रत मुखर्जी, स्थानीय विधायक एवं डीएम। इस दौरान, सुब्रत ने कहा कि वर्तमान में, तीन मंत्री व स्थानीय विधायक मेला प्रांगण के इंतेजाम पर निगरानी बनाए हुए हैं। आज लगभग 10 मंत्री मेला प्रांगण में उपस्थित रहेंगे। श्री मुखर्जी ने बताया कि अभी तक लगभग 8 लाख श्रद्धालु पहुंचे और आने वाले दिनों में इसकी संख्या और बढ़ जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि गंगासागर में तीर्थयात्रियों के निवास के लिए एक लाख अस्थाई निवास स्थाल बनाए गए हैं। वहीं, 10,500 टॉयलेट की स्थापना की गई हैं।

गंगासागर स्थित कपिल मुनि मंदिर श्रद्धालुओं के लिए सज-धजकर तैयार – फोटो पुरु व्यास

चिकित्सा व्यवस्था : आपातकालीन चिकित्सा सेवा के बारे में बताते हुए सुब्रत ने कहा कि दो हवाई एंबुलेंस सेवा के अलावा, एक स्टैंड बाई हेलीकॉप्टर और चार वाटर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई हैं। इसके अलावा, 300 बेड की अस्थाई अस्पताल व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की व्यवस्था की गई है। इसमें सागर मेला प्रांगण में 50 बेड, जिसमें पांच सीसीयू, 24 घंटे ऑक्सीजन सप्लाई के अलावा और कई सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। वहीं, काचुबेड़िया में 10, चेमागुड़ी में 10, लॉट 8 में 15 एवं नारायणपुर में 10 बेडों की व्यवस्था की गई हैं। मेला प्रांगण से रोगियों को सुरक्षित निकासी के लिए ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था की गई हैं।

परिवहन सेवा : परिवहन के बारे में श्री मुखर्जी ने कहा कि आउटराम घाट से गंगासागर के बीच कुल 3700 बसें चलाई जा रही है, जिसमें से 1500 सरकारी एवं 2200 निजी बसें हैं। साथ ही, सुरक्षा के मद्देनजर सभी बसों में जीपीएस द्वारा निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा, आठ अतिरिक्त ट्रेनें सियालदह से काकद्वीप एवं नामखाना तक चलाई जाएंगी। नदी में श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए 6 बार्ज, 32 पोत एवं 100 वुडेन लॉन्च की व्यवस्था की गई हैं। सभी बसों एवं छोटे वाहनों में गति नियंत्रण यंत्र स्थापित किया गया हैं। इसके तहत गंगासागर में वाहनों की गति लगगभग 40 किमी के आसपास होगी।

गंगासागर मेले के हर जगह पर रहेगी पैनी नज़र

सुरक्षा व्यवस्था : मेला प्रांगण में सुरक्षा के मद्देनजर एक मेगा कंट्रोल रूम एवं सिविल पुलिस कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसके तहत गंगासागर में लगाए गए लगभग 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे के अलावा 40 ड्रोन पर निगरानी रखी जाएगी। सभी महत्वपूर्ण स्थानों में 2200 सिविल डिफेंस स्वयंसेवियों के अलावा, 60क्वूआरटी की व्यवस्था की गई है। साथ ही, तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्‍चित करने के लिए विभिन्न रैंक को 4500 पुलिस कर्मियों के अलावा, 3000 सिविल स्वयंसेवियों और 2500 अस्थाआ होमगार्ड की व्यवस्था की गई हैं।


अग्निशमन व्यवस्था : वहीं, दमकल मंत्री ने कहा कि आग की दुर्घटनाओं से रोकथाम के लिए 11 अस्थाई फायर स्टेशन, 12 मोबाइल फायर स्टेशन एवं 100 फायर बॉल महत्वपूर्ण स्थानों में लगाए गए हैं।

Story – Arun Gupta

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