धनखड़ ने कहा हमें एक दूसरे से असहमति जताने के सभ्य तरीके सीखने चाहिए

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता संविधान का सुनहरा उपहार है और इसके लिए किसी भी तरह की असहिष्णुता देश के लोकतांत्रिक तानेबाने को नष्ट कर सकती है। धनखड़ की यह टिप्पणी पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रवक्ता सन्मय बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के बाद आई है। तृणमूल कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सोशल मीडिया पर कथित रूप से आलोचना करने के बाद बंदोपाध्याय के खिलाफ यह कार्रवाई की गई थी। राज्यपाल का तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ उस वक्त से टकराव चल रहा है, जब उन्होंने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को यहां यादवपुर विश्वविद्यालय के आंदोलनकारी छात्रों के घेराव से बचाया था। राज्यपाल ने किसी भी मुद्दे पर असहमति के लिए ‘‘शिष्ट तरीके’’ अपनाने की अपील की। राज्यपाल ने किसी का नाम लिये बिना कहा, ‘‘अपने विचारों की अभिव्यक्ति संविधान का एक सुनहरा उपहार है और किसी भी रूप में इसकी असहिष्णुता लोकतंत्र के लिए विनाशकारी है। आइये एक दूसरे से असहमति जताने के सभ्य तरीके सीखें। संगठित ढांचा वाले तंत्र द्वारा असहिष्णुता बहुत ही चिंताजनक है।’’ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में 30 जुलाई को पदभार संभालने वाले धनखड़ ने पिछले महीने सुप्रियो को यादवपुर विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय में आंदोलनकारी छात्रों के एक वर्ग से बचाया था, जिन्होंने केंद्रीय मंत्री को एबीवीपी के एक कार्यक्रम में जाने से रोकने की कोशिश की थी। बृहस्पतिवार को बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी से बंगाल के सभी प्रमुख विपक्षी दलों में आक्रोश उत्पन्न हो गया। भाजपा के कुछ नेता उनके साथ एकजुटता जाहिर करने के लिये शनिवार को उनके आवास पर गये। लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस सरकार के कदम की निंदा की थी और कहा था, ‘‘बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी उच्च स्तर की असहिष्णुता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। सनमय को राज्य सरकार की आलोचना करने के लिए उनके घर से गिरफ्तार किया गया था।’’ चौधरी ने कहा, ‘‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर इस तरह का हमला हमें सरकार का विरोध करने से नहीं रोक सकता। हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर इस तरह के अलोकतांत्रिक हमले की निंदा करते हैं।’’ तृणमूल कांग्रेस नेता एवं पश्चिम बंगाल विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने उनके आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘बंदोपाध्याय को गिरफ्तार किया गया है क्योंकि उनके खिलाफ कई आपराधिक आरोप हैं। इसका राज्य सरकार की आलोचना से कोई लेनादेना नहीं है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *