धोनी हमेशा नतीजों से भावनात्मक रूप से अलग रहते थे: लक्ष्मण

नयी दिल्ली: पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण का मानना है कि नतीजों से भावनात्मक रूप से अलग रहने ने महेंद्र सिंह धोनी की सफलता में बड़ी भूमिका निभाई।धोनी ने भारतीय क्रिकेट में बड़ी विरासत छोड़ते हुए शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया।

मैदान पर अपने धैर्य के लिए पहचाने जाने वाले धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की सभी ट्रॉफियां जीतने वाले एकमात्र कप्तान हैं। उन्होंने 15 अगस्त को इंस्टाग्राम पर बेहद संक्षिप्त शब्दों में संन्यास लेने की घोषणा की। लक्ष्मण ने शानदार सफलता के लिए भारतीय टीम के अपने पूर्व साथी को बधाई दी।

लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्ट्स के शो ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ पर कहा, ‘‘मुझे हमेशा से लगता है कि भारत की कप्तानी करना संभवत: किसी के लिए भी सबसे कड़ी चुनौती है क्योंकि दुनिया भर में सभी की आपसे इतनी अधिक उम्मीदें होती हैं। लेकिन महेंद्र सिंह धोनी कभी नतीजों से भावनात्मक रूप से नहीं जुड़ा रहा। ’’

आचरण और खेल के प्रति योगदान भविष्य की पीढ़ियों के लिए उदाहरण
उन्होंने कहा, ‘‘उसने खेल प्रशंसकों को ही नहीं बल्कि लाखों भारतीयों को प्रेरित किया और बताया कि किस तरह का आचरण करना चाहिए और कैसे अपने देश का दूत बनना चाहिए, सार्वजनिक जीवन में खुद को कैसे रखना चाहिए। और यही कारण है कि वह इतना सम्मानित है

लक्ष्मण ने कहा कि इस पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने अपने आचरण और खेल के प्रति योगदान से भविष्य की पीढ़ियों के लिए उदाहरण पेश किया।उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट प्रशंसकों का प्यार आपकी क्रिकेट उपलब्धियों के लिए मिलता है लेकिन सम्मान इस चीज से मिलता है कि आपका आचरण कैसा रहा।’’


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