कोलकाता, समाज्ञा : 31 मार्च से नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा, कोलकाता से यात्रा करने वाले यात्री डिजी यात्रा का उपयोग कर सकते हैं। डिजी यात्रा नीति नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा चेहरे की पहचान प्रौद्योगिकी का उपयोग करके बायोमेट्रिक बोर्डिंग प्रणाली के लिए शुरू की गई एक पहल है। इसका उद्देश्य हवाईअड्डों पर यात्रियों को सहज और परेशानी मुक्त अनुभव प्रदान करना है। इसका मुख्य उद्देश्य कई स्पर्श बिंदुओं पर टिकट और आईडी के सत्यापन की आवश्यकता को समाप्त कर के और डिजिटल ढांचे का उपयोग कर के मौजूदा बुनियादी ढांचे के माध्यम से यात्रियों की बेहतर आवाजाही को प्राप्त कर के यात्री अनुभव को बढ़ाना है। सी. पट्टाभि, विमानपत्तन निदेशक, कोलकाता एवं कोलकाता हवाईअड्डा से यात्रा कर रहे है एक यात्री, राहुल वांधवा अध्यक्ष, ए.ओ.सी, और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, सीआईएसएफ, और एयरलाइंस के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में इस सुविधा का उद्घाटन हुआ। कोलकाता हवाईअड्डे पर डिजी यात्रा का लाइव ट्रायल 21 फरवरी 2023 से शुरू हुआ। 30 मार्च 2023 तक कुल 9206 यात्रियों ने ट्रायल मोड के तहत डिजी यात्रा सुविधा का उपयोग किया है। एयर इंडिया, इंडिगो, गो फर्स्ट, विस्तारा और स्पाइसजेट से यात्रा करने वाले यात्री अब कोलकाता हवाई अड्डे पर इस सुविधा का उपयोग कर सकते हैं। ने.सु.चं.ब.अं हवाईअड्डा, कोलकाता में, डिजी यात्रा के लिए ईगेट्स प्रस्थान प्रवेश द्वार 2बी और 3ए पर, टर्मिनल के अंदर सिक्योरिटी होल्ड एरिया नंबर 1,2 और 3 के साथ-साथ बोर्डिंग गेट नंबर 18,19,20, 21, 22 और 23 पर स्थापित किए गए हैं। इस अवसर पर, कोलकाता हवाईअड्डे के विमानपत्तन निदेशक सी. पट्टाभि ने कहा कि डिजी यात्रा यात्रियों को हवाई अड्डों पर सहज और परेशानी मुक्त अनुभव प्रदान करने की सुविधा है। इससे द्रुतगामी यात्री आवाजाही, कागज रहित यात्रा, अधिक सुरक्षा एवं हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे में अधिक सुधार भी आएगा। इस के परिणामस्वरूप यात्री हवाईअड्डे के क्षेत्र में अधिक समय बिता सकते हैं और हवाईअड्डा सेवाओं जैसे खाद्य और पेय पदार्थ एवं खरीदारी आदि का उपयोग कर सकते हैं। यात्री इस प्रणाली का उपयोग करने के लिए उत्साहित हैं और अनुभव संतोषजनक है।
कोलकाता हवाई अड्डे पर ‘डिजियात्रा’ की सुविधा, चेहरा पहचानने वाली प्रौद्योगिकी से मिलेगा प्रवेश
