विराट ने कहा, 70 के दशक वाली वेस्ट इंडीज से हमारी तुलना जल्दबाजी

कोलकाता : विराट कोहली ने बांग्लादेश से पिंक बॉल टेस्ट जीतने के बाद कहा कि उनकी कप्तानी वाली भारतीय टीम की तुलना 1970 के दशक वाली वेस्ट इंडीज के साथ करना जल्दबाजी होगी। भारत ने यहां इडन गार्डन्स स्टेडियम में खेले गए अपने पहले डे-नाइट टेस्ट में रविवार को बांग्लादेश को पारी और 46 रनों से हरा दिया। यह भारत की पारी के अंतर से लगातार चौथी जीत है और वह ऐसा करने वाली दुनिया की पहली टीम बन गई है।

कप्तान के रूप में विराट कोहली की यह 33वीं जीत है। इसके साथ भारत ने दो मैचों की सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली। उसने इंदौर में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भी बांग्लादेश को एक पारी और 130 रनों से हराया था। घर में भारत की यह लगातार 12वीं सीरीज जीत है और उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

वेस्ट इंडीज की टीम भी 1970 से 1980 तक अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थी और अब भारत भी उसी फॉर्म में है। कोहली ने मैच के बाद कहा कि यह सवाल उनसे 7 साल बाद पूछा जाना चाहिए ना कि 7 मैचों के बाद। कोहली ने यहां आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं केवल इतना ही कह सकता हूं कि इस समय हम अपने खेल में टॉप पर हैं। आप केवल 7 मैचों के बाद ही टीम के दबदबे का आंकलन नहीं कर सकते। आप वेस्ट इंडीज की टीम की बात कर रहे हैं, जिन्होंने 15 वर्षों तक अपना दबदबा कायम रखा।’ उन्होंने हंसते हुए कहा, ‘आप मुझसे यह सवाल संन्यास के समय पूछ सकते हैं। हां, आप 7 साल बाद यह सवाल यह पूछ सकते हैं, ना कि सात मैचों के बाद।’ कोहली ने कहा कि अब सोच बदल गई है और वे अब विश्व में किसी भी टीम को हरा सकते हैं।

उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि अभी समय (तुलना के लिए) बाकी है। लेकिन जिस तरह से हम खेल रहे हैं, उससे काफी उत्साहित हैं। अब हम न्यू जीलैंड में खेलेंगे और हमारे दिमाग में अब अगली सीरीज जीत है। देखते हैं कि विदेश में क्या होता है।’

कप्तान ने कहा, ‘हम टेस्ट क्रिकेट खेलने का इंतजार करते हैं। यही सोच बदली है। हमें पता है कि अगर हम अच्छा खेलते हैं तो हम दुनिया में कहीं भी जीत सकते हैं।’

आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप शुरू होने के बाद से भारत की सात मैचों में यह लगातार सातवीं जीत है। अंकतालिका में भारत के अब 360 अंक हो गए हैं और वह मजबूती से टॉप पर कायम है। कोहली ने कहा कि अगर टीम एक सीरीज घर में और एक बाहर खेलती है तो इससे इस प्रारूप में संतुलन बना रहेगा।

उन्होंने कहा, ‘अगर हम एक सीरीज घर में और एक बाहर खेलते हैं तो इससे यह प्रारूप अधिक संतुलित होगा। जैसा कि मैंने कहा कि हम अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं। लेकिन हमने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में केवल दो टेस्ट मैच ही घर से बाहर खेले हैं।’

उन्होंने कहा, ‘अगर हम दो सीरीज घर में और और दो बाहर खेलें और इसमें 300 अंक हासिल करते हैं तो फिर आप कह सकते हैं हम वास्तव में अच्छा खेल रहे हैं।’

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