कोलकाता, समाज्ञा : पूर्व रेलवे यात्रियों की सुरक्षा के अलावा रेलवे संपत्तियों की देखभाल करने के लिए पूरी तरह से तत्पर है। शुक्रवार की सुबह सहायक वाणिज्य प्रबंधक व जनसंपर्क अधिकारी सियालदह (एसीएम व पीआरओ सियालदह) हरि नारायण गंगोपाध्याय की तत्परता से यात्री का लाखों का सामान वापस मिला गया। एसीएम हरिनारायण गांगुली के इस प्रयास से यात्री व उनका पूरा परिवार काफी खुश है। उन लोगों ने दिल से उनका आभार व्यक्त किया। जानकारी के मुताबिक समाज्ञा के संपादक अनिल राय अपनी पत्नी सरोज राय के साथ कोलकाता-गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस में 26 सितंबर रविवार को कोलकाता स्टेशन से कोच बी 2 में सीट नंबर 41 व 44 पर यात्रा कर रहे थे। उनके पास कई सामान थे। सोमवार की सुबह दोनों अपना एक बैग ट्रेन में छोड़कर मऊ स्टेशन पर उतर गए। बैग में खाने पीने के सामान, मेकअप बॉक्स, गिफ्ट आइटम व एक सोने का मंगलसूत्र था। मंगलसूत्र की कीमत करीब एक लाख रुपये थी। ट्रेन से उतरकर घर जाने के बाद यात्री सरोज राय को सामान छूट जाने का आभास हुआ। उन्होंने इसकी खबर अपने पति अनिल राय को दी। उन्होंने गोरखपुर व कोलकाता में रेलवे से संबंधित परिचित लोगों को इसके बारे में बताया। काफी कोशिश के बाद एसीएम हरिनारायण गांगुली से संपर्क किया गया और उन्होंने इससे जुड़ी हर प्रकार की मदद की। ट्रेन में पास ही में बैठे एक यात्री से किसी तरह संपर्क करने के बाद उसने बताया कि वह बैग उसने ट्रेन के एक सफाई कर्मचारी को दे दिया था। एसीएम हरिनारायण गांगुली ने अपने स्टाफ से इस बारे में पूछताछ करवाई और पता चला कि सामान उस कर्मचारी के पास ही था। चूकिं कर्मचारी अभी तक अपने कार्य से वापस कोलकाता नहीं लौटा था इसलिए सामान 4 दिन बाद मिला।
एसीएम व पीआरओ सियालदह की तत्परता से मिला यात्री का लाखों का सामान
