जनता सुशासन के लिए वोट करेगी
कट मनी प्रथा का होगा अंत, मोदी जी पर है जनता का अटूट विश्वास
हावड़ा, समाज्ञा : बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर कशमकश काफी तेज है। सभी दलों के प्रत्याशी जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं। भाजपा ने अपनी सारी ताकत झोंक दी है। पार्टी ने इस बार बाली विधानसभा क्षेत्र से वैशाली डालमिया को अपना प्रत्याशी बनाया है। वह लगातार चुनाव प्रचार में सक्रिय हैं। वैशाली डालमिया अपनी जीत को लेकर कितनी आश्वस्त हैं, जीत के बाद किन योजनाएं पर कार्य करेंगी। इन सभी पहलुओं पर हमारे संवाददाता चंदन राय ने विशेष बातचीत की। बातचीत के मुख्य अंश निचे दिए हैं।
समाज्ञा : इस बार के बंगाल चुनाव को आप किस रूप में देख रही हैं ?
वैशाली डालमिया : इस बार लड़ाई अन्याय और सुशासन के बीच है। हमारा नारा अब और नहीं अन्याय है। इस बार जनता इसी अन्याय से मुक्ति के लिए एवं बेहतर भविष्य के लिए वोट करेगी और राज्य में भाजपा सरकार बनाएगी। जनता ने टीएमसी को नकार दिया है। प्रधानमंत्री के सभाओं में उमड़ रही भीड़, बाली की जनता का मिल रहा प्यार इस बात की गवाही है।
समाज्ञा : पाँच सालों के कार्यकाल को लेकर आप कितनी संतुष्ट हैं?
वैशाली डालमिया : मैं पाँच साल जनता के बीच रही। अपने काम का हिसाब मैंने बुक जारी कर दिया है। चाहे लॉकडाउन हो, अम्फान हो या फिर जनता की कोई अन्य मुसीबत मैं हमेशा जनता के साथ खड़ी रही। अपने कार्यकाल से संतुष्ट हूँ। जनता के लिए काम की, काम करूँगी। हमेशा उनके साथ थी, साथ रहूँगी। बाली की जनता मेरे परिवार के सदस्य के समान है। मैं बस अपने बाली की जनता परिवार के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही हूँ।
समाज्ञा : आपने आरोप लगाया है कि आपके बैनर, पोस्टर फाड़े जा रहे हैं ऐसा क्यों?
वैशाली डालमिया : जी हाँ, बाली विधानसभा के कई इलाकों में मेरे बैनर, पोस्टर, होर्डिंग फाड़ दिए गए हैं। इसमें विपक्षी दलों का हांथ है। उन्हें अपनी हार सामने दिखाई दे रही है। मैं नफरत और नकारात्मक चीजों से दूर रहती हूँ। हालांकि, मैंने चुनाव आयोग से शिकायत की है। मुझे हमेशा जनता ने प्यार दिया। जनता जिसे प्यार देती है उसे जनता के दिलों से निकालना मुश्किल है। आप पोस्टर फाड़ कर किसी को कमजोर नहीं कर सकते। 10 अप्रैल को जनता वोट से ईवीएम पर जवाब देगी।
समाज्ञा : लॉकडाउन के दौरान नंबर सार्वजनिक कर मदद करने का आइडिया मन में कैसे पनपा?
वैशाली डालमिया : मैं चाहती हूँ लोग मुझसे सीधे जुड़े। मैं बस सेवा करना चाहती हूँ। लोगों के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन कर पाऊँ यही मेरी प्राथमिकता है। जनता के साथ सीधे जुड़कर रहना मेरी आदत रही है। मैंने पहले कहा बाली की जनता मेरे परिवार के समान है और अपने परिवार से जुड़कर रहा जाता है।
समाज्ञा : राजनीति आपके लिए सेवा का माध्यम है या सत्ता का?
वैशाली डालमिया : राजनीति मेरे लिए कभी भी सत्ता का माध्यम नहीं रही है। मैंने हमेशा इसे सेवा का माध्यम माना है। इसलिए सत्ताधारी दल में रहते हुए जन जनसेवा करने में परेशानी हुई तो मैंने गलत के खिलाफ आवाज बुलंद किया।
समाज्ञा : बंगाल में हिंसा की राजनीति को लेकर क्या कहना चाहेंगी?
वैशाली डालमिया : यह बहुत गलत प्रथा है। मारपीट की राजनीति लोकतंत्र का हिस्सा नहीं है। सबको चुनाव लड़ने का अधिकार है लेकिन टीएमसी हिंसा के बल पर चुनाव जीतना चाहती है जो अन्याय की पराकाष्ठा है।
समाज्ञा : अगले पाँच साल में बाली विधानसबा के किन मद्दों को प्राथमिकता देंगी?
वैशाली डालमिया : मेरा सपना बाली को ऐसा विधानसभा क्षेत्र बनाना है जिसकी पहचान पूरे बंगाल समेत देश में हो। शिक्षा, स्वास्थ, पानी, बिजली, सड़क जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को और भी सुदृढ़ करना मेरी प्राथमिकता है।
समाज्ञा : आप हमेशा गलत के ख़िलाफ़ आवाज बुलंद करती रहीं हैं ? क्या इसकी कभी कोई कीमत भी चुकानी पड़ी है?
वैशाली डालमिया : देखिए गलत के खिलाफ आवाज उठाने पर आपको उसका खामियाजा भुगतना तो पड़ता है। आज मुझे चुनाव अभियान के दौरान विपक्षी दल परेशान कर रहे हैं। मैं किसी से डरने वाली नहीं हूँ। गलत के खिलाफ अवाज उठाती रहूँगी।
समाज्ञा : चुनाव प्रचार के दौरान महिला वोटरों में किस तरीके का उत्साह दिखाई पड़ रहा है?
वैशाली डालमिया : महिलाओं में जबरदस्त उत्साह है। महिला सशक्तिकरण को लेकर काफी गंभीर हूं। बाली की जनता जानती है की मैंने पाँच साल महिलाओं के लिए क्या किया है। मैं महिलाओं को टूर पर लेकर गयी। लिलुआ होम की महिलाओं के लिए हमेशा समर्पित रही हूँ। महिलाओं के प्रति यह समर्पण आगे भी जारी रहेगा।
समाज्ञा : बंगाल में बेरोजगारी, कट मनी प्रथा, युवाओं की समस्या पर क्या कहना चाहेंगी?
वैशाली डालमिया : आपके पहले प्रश्न के जवाब में मैंने यही कहा। यहाँ के लोगों को रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली, बेहतर जीवन, शांति, कानून का शासन चाहिए। बंगाल में कट मनी प्रथा और बेरोजगारी ने बहुत नुकसान किया है। अब इससे बाहर निकलने का वक्त है।
समाज्ञा : बंगाल में विकास की योजनाएं धरातल पर क्यों नहीं दिखाई पड़ती है?
वैशाली डालमिया : देखिए सरकार के पास इच्छाशक्ति होनी चाहिए। जनता की बात, भावना को सरकार को समझना होगा. बंगाल में करप्शन बहुत है। लोग इससे परेशान हैं। करप्शन के कारण विकास की योजनाएं धरातल पर दिखाई नहीं दे रही है।
समाज्ञा : जय श्री राम के नारे को लेकर बंगाल में विवाद होता रहा है. ऐसा क्यों हो रहा है?
वैशाली डालमिया : ऐसा नहीं होना चाहिए। सभी धर्मों का सम्मान किया जाना चाहिए। आपसी भाईचारा से ही समाज मजबूत बनता है। ईश्वर की आस्था और श्रद्धा को लेकर विवाद होना निंदनीय है।
समाज्ञा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सभाओं में भीड़ उमड़ रही है। इसे किस रूप में देखती हैं ?
वैशाली डालमिया : यह जनता के उम्मीदों और विश्वास की भीड़ है। जनता ने इसबार भाजपा को सत्ता सौंपने का फैसला कर लिया है. बंगाल में अब सुशासन होगा।
समाज्ञा : आप अपनी जीत को लेकर कितनी आश्वस्त हैं?
वैशाली डालमिया : सौ प्रतिशत। जनता के प्यार, स्नेह आशीर्वाद पर पूर्ण विश्वास है। हम चुनाव जीतेंगे और जनता की सेवा करते रहेंगे। जीत को लेकर यह आत्मविश्वास जनता के आशीर्वाद के बल पर है।