कोलकाता : तत्काल इलाज की जरुरत वाले कोविड-19 मरीजों के लिए निजी अस्पतालों में बिस्तर खाली कराने के लक्ष्य से पश्चिम बंगाल क्लीनिकल एस्टैबलिशमेंट नियामक आयोग ने एक परामर्श जारी कर कहा है कि मरीज को भर्ती करने और छुट्टी देने का फैसला सिर्फ डॉक्टर का होगा।
परामर्श में कहा गया है कि इलाज कर रहे डॉक्टर का फैसला बिना किसी रोक-टोक के अंतिम होगा।
आयोग के परामर्श के अनुसार, अगर खाली बिस्तरों के मुकाबले भर्ती के लिए इंतजार कर रहे मरीजों की संख्या ज्यादा हुई तो ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर सभी मरीजों की जांच करेगा और जिसे सबसे ज्यादा जरुरत होगी उसे बिस्तर आवंटित करेगा, इसमें कोई रोक-टोक या सिफारिश नहीं चलेगी।
परामर्श के अनुसार, ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर का फैसला अंतिम होगा और उसे सभी मानेंगे।
डॉक्टर ही तय करेगा कि मरीज को आईसीयू या आईटीयू में शिफ्ट करना है या नहीं।
कोविड-19 मरीजों को भर्ती करने, अस्पताल से छुट्टी देने पर अंतिम निर्णय डॉक्टरों का होगा
