कोलकाता: विश्वभारती विश्वविद्यालय इस महीने अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन करेगा और विभिन्न भवनों (विभागों) के प्रधानाचार्यों से कहा गया है कि वे परीक्षा के तरीकों का चयन करें।विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय यूजीसी के 30 सितम्बर से पहले अनिवार्य रूप से अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं कराने के परामर्श का पालन करेगा।
कार्यकारिणी परिषद की बैठक में विभिन्न विभागों के प्रधानाचार्यों को ‘‘यूजीसी के नियमों के तहत परीक्षा कराने के तौर-तरीकों का चयन करने’’ की जिम्मेदारी देने का फैसला किया गया ।विश्वविद्यालय की ओर से मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया कि अधिकारियों ने प्रधानाचार्यों से विभागों के प्रमुखों, संकाय के सदस्यों तथा छात्रों की राय लेने और यह पता लगाने को कहा है कि ऐसी स्थिति में अन्य केन्द्रीय विश्वविद्यालय क्या कर रहे हैं।
बयान में कहा कि प्रधानाचार्य, इस तरह की असाधारण परिस्थितियों में उपयुक्त मूल्यांकन की किसी भी प्रणाली को तैयार करने के लिए एचओडी और संकाय सदस्यों से परामर्श करेंगे। इस बात पर भी जोर दिया गया कि प्रणाली को तैयार करते समय प्रशासन छात्रों की राय को भी ध्यान में रखे, इसके अलावा उन प्रणालियों का भी मूल्यांकन किया जाएगा जो पहले से ही देश के अन्य केन्द्रीय विश्वविद्यालयों द्वारा अपनाई गई हैं।
बयान में कहा गया कि विश्वभारती विश्वविद्यालय उच्चतम न्यायालय के 28 अगस्त के फैसले का सख्ती से पालन करेगा।शीर्ष अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि राज्य और विश्वविद्यालय 30 सितंबर तक अंतिम वर्ष/अंतिम सेमेस्टर की परीक्षायें आयोजित किये बगैर छात्रों को प्रोन्नत नहीं कर सकते।
सितम्बर महीने में ही होंगी विश्वभरती विश्वविद्यालय की अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं
