माराडोना की याद में गमगीन हुआ फुटबॉल जगत

ब्यूनस आयर्स: ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म ‘आनंद’ में लोगों के जीवन में खुशियां बांटने वाला नायक अंत में मर जाता है तो नेपथ्य में संवाद गूंजता है ‘आनंद मरा नहीं, आनंद मरते नहीं ।’ ठीक उसी तरह अपने खेल से मुस्कुराहटें बिखेरने वाले डिएगो माराडोना के निधन पर सुपरस्टार फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी ने कहा कि वह कहीं नहीं गए ,क्योंकि वह अमर हैं ।माराडोना के बाद अर्जेंटीना के सबसे बड़े फुटबॉलर मेस्सी ने कहा कि वह हमें छोड़कर चले गए लेकिन वह कहीं नहीं गए क्योंकि डिएगो अमर है ।माराडोना का बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया ।

दुनिया भर में फुटबॉलप्रेमियों के बीच इस बहस का कभी कोई हल नहीं निकल सका कि माराडोना और ब्राजील के पेले में से महानतम कौन है ।यही वजह है कि दोनों के प्रशंसकों के बीच कभी नहीं पटी । फीफा ने भी इस बहस में पड़ने की बजाय दोनों को ही बीसवीं सदी का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुन लिया । पेले को विशेषज्ञों ने चुना तो माराडोना को आनलाइन वोट के जरिये विजेता चुना गया ।

दोनों एक दूसरे पर कटाक्ष करने का मौका भी नहीं छोड़ते थे ।एक बार पेले ने कहा था कि उसे लगता है कि वह है लेकिन हम सभी को पता है कि सर्वश्रेष्ठ कौन था ।दोनों की उम्र में दो दशक का फासला था लेकिन प्रतिद्वंद्विता में यह फासला फना हो जाता था । एक बार माराडोना ने तीन बार के विश्व कप विजेता पेले से पूछा था कि उन्हें कैसे पता चला कि वह 1281 गोल कर चुके हैं । उन्होंने यह भी पूछा कि ये गोल किसके खिलाफ किये । घर के आंगन में अपने भतीजों के खिलाफ ।

इस प्रतिद्वंद्विता और वाकयुद्ध के बावजूद दोनों एक दूसरे के हुनर के कायल थे । यही वजह है कि माराडोना के निधन पर पेले ने कहा कि मैने एक करीबी दोस्त और दुनिया ने एक लीजैंड को खो दिया । एक दिन हम आसमान में साथ फुटबॉल खेलेंगे ।पांच बार फीफा के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर रहे रोनाल्डो ने कहा कि वह सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से थे । फुटबॉल के जादूगर । वह बहुत जल्दी चले गए लेकिन ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जिसकी कोई सीमा नहीं और ऐसा खालीपन जो कभी नहीं भर पायेगा ।

इंग्लैंड के पूर्व स्ट्राइकर गैरी लिनेकेर ने कहा कि मेरी पीढी के वह सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थे और सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ भी । एक कठिन जीवन के बाद उम्मीद है कि भगवान के हाथ में वह सुकून से सो सकेंगे ।माराडोना के साथ तीन विश्व कप खेल चुके आस्कर रूगियेरी ने कहा कि अर्जेंटीना में शायद ही ऐसा कोई इंसान होगा जिसकी आंख भर नहीं आई होगी । इस बच्चे ने इस देश को इतना कुछ दिया है ।’’वेटिकन के प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी ने कहा कि पोप पिछले कुछ दिनों से माराडोना के लिये प्रार्थना कर रहे थे और अब उनकी यादों को ताजा कर रहे हैं ।फीफा अध्यक्ष जियान्नी इनफैंटिनो ने कहा कि माराडोना की वजह से उन्हें फुटबॉल से प्यार हो गया ।उन्होंने कहा कि अब डिएगो हमारे बीच नहीं है लेकिन फुटबॉल की परीकथाओं में उसका नाम हमेशा के लिये दर्ज हो गया ।

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