विदेशों में घोड़ों का इस्तेमाल केवल स्पोर्ट्स में लेकिन यहां घोड़े करते हैं ‘पुलिस ड्यूटी’

कोलकाता पुलिस के घोड़ों की स्थिति देखकर विदेशी कोच हुए प्रभावित

कोलकाता, समाज्ञा : कोलकाता पुलिस के घोड़ों को आधुनिक तकनीकी से प्रशिक्षित करने के लिए कोलकाता पुलिस ने गत 6 जनवरी से 9 जनवरी तक इंटरनेशनल फेडरेशन फॉर इक्विस्टिरियन (एफईआई) पायलट प्रोजेक्ट (असम) के एक्सटेंशन प्रोग्राम के तहत रिट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया था। इस रिट्रेनिंग प्रोग्राम में सिंगारपुर से एफईआई के कोच राय इब्राहिम को यहां के घोड़ों और ट्रेनर को ट्रेनिंग देने के लिए बुलाया गया था। चार दिनों की ट्रेनिंग में राय इब्राहिम ने 10 घोड़ों और उनके ट्रेनरों को प्रशिक्षित किया। हालांकि इन 10 घोड़ों में से 2 घोड़ा बंगाल पुलिस का था। कोलकाता पुलिस तथा बंगाल पुलिस के घोड़ों को देखकर विदेशी कोच भी काफी प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि इन घोड़ों को प्रशिक्षित करने के दौरान पता चला कि सभी घोड़े काफी अच्छी स्थिति में है। सभी घोड़ों की मानसिक और शारीरिक स्थिति अच्छी है। यूं कह सकते हैं कि ये सभी घोड़े ‘गुड इन माइंड’ है। मुझे काफी अच्छा लगा इन्हें प्रशिक्षण देने में।

विदेश के घोड़ों और यहां के घोड़ों के इस्तेमाल में हैं काफी अंतर

राय इब्राहिम ने बताया कि विदेशों में घोड़ों का इस्तेमाल सिर्फ स्पोर्ट्स के लिए किया जाता है लेकिन यहां आकर पता चला कि यहां घोड़ों का इस्तेमाल पुलिस अपने काम में करती है। मसलन घोड़ों से पेट्रोलिंग और ला एंड ऑर्डर की ड्यूटी करवायी जाती है। उन्होंने बताया कि इन घोड़ों को उन्होंने आधुनिक तकनीकी से प्रशिक्षित किया है ताकि पुलिस का काम और आसान हो सके। उन्होंने बताया कि उनके ट्रेनिंग से ये घोड़े और ज्यादा अच्छी तरीके से कार्य कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि किस तरह से हाथों और पैरों का इस्तेमाल कर ट्रेनर घोड़ों को हैंडल कर सकते हैं, इसके भी गुर सिखाये गये हैं।

20 सालों से दे रहे हैं घोड़ों को ट्रेनिंग

राय इब्राहिम ने बताया कि घोड़ों से उनका नाता काफी पुराना है। करीब 20 सालों से वे घोड़ों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। घोड़ों को देखकर ही वे बता सकते हैं कि कौन सा घोड़ा किस नस्ल का है और उसकी स्थिति कैसी है। घोड़ों से उनका पुराना दोस्ताना है। उन्होंने यह भी बताया कि एक घोड़े को प्रशिक्षित करने के लिए कोई समय की अवधि नहीं होती है। जितना समय घोड़े के साथ बिताया जाये और जितनी प्रैक्टिस की जाये उतने ही घोड़े एक्टिव होते हैं।


लीडर ने विदेशी कोच का दिल जीता

10 घोड़ों में से बंगाल पुलिस के घोेड़े ‘लीडर’ ने विदेशी कोच का दिल जीता है। राय इब्राहिम ने बताया कि लीडर सभी घोड़ों में से ज्यादा चुस्त और दुरुस्त था। उसे जैसे सिखाया जाता था वह तुरंत उसे सीख लेता था। लीडर काफी एक्टिव भी है। इस बाबत मैंन लीडर को नंबर वन पर रखता हूं। लीडर के राइड मास्टर सोमनाथ भट्टाचार्य ने बताया कि 2 साल पहले लीडर को रेस कोर्स से खरीदा गया था। उसका पर्फोमेंस काफी अच्छा रहा है। अब तो कोच ने भी उसकी तारीफ कर दी है। उसे अभी और ट्रेनिंग दी जा रही है।


मुंबई माउंटेड पुलिस के दो ट्रेनरों ने भी लिया प्रशिक्षण

लालबाजार के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुंबई पुलिस अपना माउंटेड पुलिस शाखा शुरू कर रही है। इस बाबत उन्होंने अपने दो ट्रेनरों पी. शिरशत और सागर शिंदे को 4 दिनों की ट्रेनिंग के लिए यहां भेजा था। इन ट्रेनरों ने भी यहां प्रशिक्षण लिया। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आईटीबीपी और असम पुलिस को भी इस प्रोग्राम में शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन किसी कारणवश वे नहीं आ सके।

Story – बबीता माली

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