‘हावड़ा ब्रीज इज अंडर अटैक…’, आईएएस अधिकारी ने ब्रिज पर गुटखे की पीक की तस्वीर शेयर कर लिखा
हावड़ा, समाज्ञा : मशहूर हावड़ा ब्रिज के जिस भी पिलर पर नजर डाले, गुटखा और पाना मसाला की पीक ही देखने को मिलती है। यह ना कि सिर्फ हावड़ा ब्रिज की सुंदरता पर एक धब्बा है बल्कि इसके चलते ब्रिज भी कमजोर हो रहा है। पोर्ट के मुताबिक गुटखे की पीक विशालकाय हावड़ा ब्रिज की सहेत पर भारी पड़ती जा रही है। वैसे तो हावड़ ब्रिड पर गुटखा के पीक को लेकर कई बार खबरें लिखी गई है लेकिन आज फिर यह मामला चर्चा में इसलिए आया है क्योंकि छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक तस्वीर शेयर की है। यह तस्वीर मशहूर हावड़ा ब्रिज की है जिसका एक पूरा पिलर तंबाकू और पान की पीक से सना हुए नजर आ रहा है। अधिकारी ने अपने ट्वीट में लिखा, ’कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट ने कहा है कि गुटखे के पीक के कारण मशहूर 70 साल पुराना ब्रिज गल रहा है। गुटखा खाने वालों के काणर हावड़ा ब्रिज खतरे में हैं।’ अवनीश शरण ने अपने इस ट्वीट के साथ शाहरुख खान, अजय देवगन, अक्षय कुमार और अमिताभ बच्चन को टैग भी किया है। इसके बाद से हावड़ा ब्रिज की सुरक्षा और सफाई अभियान को लेकर सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई है।
वैसे बता दें कि पिछले साल से ही पश्चिम बंगाल सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने तंबाकू, पान मसाले और गुटखे पर पूरी तरह बैन लगा दिया है। हालांकि फिर भी लगातार लोग तंबाकू, पान मसाले और गुटखे का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, पिछले दिनों सोशल मीडिया पर इस बात पर विवाद छिड़ गया है कि बॉलिवुड के बड़े ऐक्टर्स को तंबाकू-गुटखे का विज्ञापन करना चाहिए या नहीं। अजय देवगन के बाद शाहरुख खान और अक्षय कुमार के गुटखे का विज्ञापन किए जाने पर जहां लोग खुलकर विरोध कर रहे हैं। वहीं इनके फैन्स इन सुपरस्टार्स के बचाव में भी सामने आए हैं। विवाद बढ़ने पर अक्षय कुमार सार्वजनिक तौर पर माफी मांग चुके हैं। अब एक आईएएस अधिकारी ने एक तस्वीर शेयर कर इन बॉलिवुड सितारों से सोशल मीडिया पर जवाब मांगा है।
साल 2011 में आई रिपोर्ट में थी हावड़ा ब्रिज के कमजोर होने की बात
इससे पहले साल 2011 में हावड़ा ब्रिज पर एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें यह बात सामने आई थी कि पान-मसाला और गुटखा थूकने के चलते ब्रिज के पायों की मोटाई कम हो रही है। इसके बाद कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट ने इसे बचाने की कवायद शुरू की थी। ट्रस्ट की ओर से इस बचाने के लिए स्टील के पायों को नीचे फाइबर ग्लास से ढंक दिया गया था। हावड़ा ब्रिज पर एक अनुमान के मुताबिक, हर रोज 1.2 लाख छोटे-बड़े वाहन और 5 लाख पैदल यात्री 70 साल पुराने इस पुल का इस्तेमाल करते हैं। इस दौरान पुल के पायों के निचले हिस्सों को सार्वजनिक पीकदान की तरह इस्तेमाल किए जाने के कारण बड़ा नुकसान हुआ है।
कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट पर है ब्रिज के रख-रखाव का जिम्मा
कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के ऊपर 70 साल पुराने पुल के रख-रखाव का जिम्मा है। गुटखे की पीक के कारण पुल के खंभों के तलों को हुए नुकसान के चलते उन्हें अब फाइबर ग्लास से ढक दिया गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रस्ट की माने तो पहले ही पुल के खंभों को काफी नुकसान हो चुका है। पीक थूकने के कारण हैंगरों की रक्षा करने वाले स्टील हुड की मोटाई पिछले 4 साल में अपने मूल आकार से 50 प्रतिशत कम हो गई है। ट्रस्ट के अनुसार, आधे चबाए गए पान के पत्ते, सुपारी और चूने में ऐसे रासायनिक पदार्थ मिले होते हैं, जो मजबूत स्टील तक को भी नुकसान पहुंचाते हैं।