नई दिल्ली : लॉकडाउन के दौरान लोगों के लिए मसीहा बन चुके सोनू सूद इस रास्ते पर लगातार आगे बढ़ते चले जा रहे हैं. जो सफर मजबूर प्रवासी मजदूरों की मदद से शुरू हुआ था वो अब इतना व्यापक रूप से चुका है कि सोनू देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक में फंसे हुए या मजबूर लोगों के लिए मदद का हाथ बढ़ा रहे हैंमदद के लिए सोनू को रोजाना कितने लोग संपर्क करते हैं इसका एक ब्यौरा एक्टर ने गुरुवार को अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए शेयर किया जो आंकड़े उन्होंने साझा किए हैं वो हैरान करने वाले हैं
सोनू ने अपने मैसेज के आखिरी में लिखा है कि मैं माफी चाहता हूं अगर मैंने आपका मैसेज मिस कर दिया तो. बता दें कि सोनू सूद ने लॉकडाउन के दौरान बेहिसाब प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने का काम किया था. इस पर वह एक किताब भी लिख रहे हैं जो कि जल्द ही मार्केट में उपलब्ध होगी