हावड़ा धीरे-धीरे हो रहा सचल लेकिन बढ़ रहा कोरोना का डर ​​

बिना मास्क पहने सड़कों पर निकल रहे हैं लोग

हावड़ा,समाज्ञा: कोरोना वायरस की वजह से देश में करीब 2 महीने से लॉकडाउन है। 4 मई से लॉकडाउन  का चौथा चरण शुरू हो गया है, जो 31 मई तक लागू रहेगा। इस चरण में सरकार ने लोगों को तमाम छूट दी हैं।‌ लॉक डाउन में मिली राहतों पर कैसे काम किया जाए यह अभी  हावड़ा के लोग सोच ही रहे थे कि तब तक अम्फान चक्रवात ने यहां पूरी तरह से तबाही मचा दी। इसके बाद सोमवार से हावड़ा ने चक्रवात अम्फान से हुए नुकसान से संभलते हुए आगे बढ़ना शुरू किया है। लेकिन इसमें भी कई विचलित करने वाली तस्वीरें सामने आ रही है। लोग दूरी-नियमों की परवाह किए बिना सड़कों पर उतर रहे हैं। वाहन भी चलने शुरू हो गये है और ज्यादातर दुकानें खुल गईं। क्षेत्रों के विभाजन को भूलकर, बाजार भी ‘ए’ जोन में बस गया। लेकिन शायद लोग इसके गंभीर परिणाम को नहीं समझ पा रहे हैं। वही स्थिति की गंभीरता को समझते हुए स्वास्थ्य विभाग को डर है कि इससे इन सभी क्षेत्रों में कोरोना मामलों की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी।

 ‘ए’ जोन में मनाही के बावजूद दुकानें खुलने शुरू

ज्ञात हो कि हावड़ा में 106 कंटेनमेंट जोन है। सोमवार से सभी जोन में किराने और मेडिकल स्टोर के साथ ही अन्य दुकाने भी धीरे-धीरे खुलने लगे हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, हावड़ा नगर निगम के क्षेत्र के 34 वार्डों में से 66 सड़कों को ‘ए’ जोन के रूप में चिह्नित किया गया है।इसके साथ ही गोलाबाड़ी थाना अंतर्गत डबसन रोड, पीलखाना, बेलिलियास रोड, नेताजी सुभाष रोड, जीटी रोड, फजीर बाजार सहित कई क्षेत्रों को ‘ए’ जोन के रूप में पहचाना गया है। राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार उन क्षेत्रों में सख्त लॉक डाउन लागू की जाएगी। यहां सभी दुकानें बंद रहेंगी। लेकिन सरकार के निर्देश की अवमानना करते हुए शहर अपनी पिछली स्थिति में लौट आया। उक्त क्षेत्रों में सड़कों और गलियों में लोगों की भीड़ की जा रही है। दुकानें सभी खुल रही हैं। हालांकि बाजार अभी भी बंद हैं लेकिन अस्थायी बाजार फुटपाथों और गलियों में बस रहे हैं। दूरस्थ नियमों का पालन किए बिना निवासी बाजार में अराम से घूम रहे हैं।  इसके अतिरिक्त, कुछ क्षेत्रों में लोग अब बिना मास्क पहने ही रास्ते पर निकल रहे हैं। गत कुछ दिन पहले पानी और बिजली की मांग करने के लिए सड़कों पर जाने वाले कई लोगों के चेहरे पर मास्क दिखाई नहीं दिए। लेकिन इन सभी विरोधों के कारण, विभिन्न क्षेत्रों में भीड़ बढ़ गई जहां सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ी। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा, “जिस तरह से लोग बाहर निकलना शुरू कर रहे हैं, यह कोरोना वायरस की संख्या को अनिवार्य रूप से बढ़ाएगा। तब स्थिति और खराब हो सकती है क्योंकि हावड़ा में उस स्थिति को संभालने के लिए बुनियादी ढांचा नहीं है।”

इस मामले में पुलिस की क्या भूमिका है

हावड़ा सिटी पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “जिन क्षेत्रों को ”ए’ क्षेत्र के रूप में चिह्नित किया गया है, उन पर रस्सी से घेरा गया है। जगह-जगह पुलिस तैनात की गई है। सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है लॉक डाउन का पालन कराने के लिए पुलिस से जागरूक करने के साथ साथ सख्ती बरत रही है। इसके बाद भी, अगर लोग सड़कों पर निकलते हैं, तो कितना रोक सकते हैं? हालांकि, सभी को बताया जा रहा है कि लॉक डाउन चल रही है। बाहर मत निकलो।  लेकिन लोग अब सुन नहीं रहे हैं।” 

राज्य में कोरोना का कहर जारी

राज्य में सोमवार को कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 3816 हो गया है जिनमें 2124 एक्टिव केस है। राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से सोमवार शाम जारी मेडिकल बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना से राज्य में 6 लोगों की मौत भी हुई है, इसके बाद मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 206 हो गया है। इसके अलावा 72 लोगों की मौत अन्य बीमारियों के कारण हो चुकी है जो कोरोना संक्रमित थे। बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोलकाता में 4 जबकि हावड़ा व उत्तर 24 परगना में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।

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