मुर्शिदाबाद : पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन है। इस स्थिति में, लोगों के घरों से निकलने पर प्रतिबंध है। देश के सारे धर्मस्थल बंद हैं। लेकिन, अल्पसंख्यक समुदाय मजहब के नाम पर सरेआम लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं। ताजा घटना मुर्शिदाबाद की है, जहां शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के लिए बड़ी संख्या में लोग मस्जिद में जमा हो गए। मुर्शिदाबाद के कांडी इलाके में जब पुलिस को सूचना मिली कि गोपीपुर मस्जिद में बड़ी संख्या में नमाजी पहुंचे हैं, तो पुलिस बल भी वहां पहुंच गई। वहां केवल बड़ी संख्या में लोग ना सिर्फ लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग का भी मजाक उड़ा रहे थे। मस्जिद के अंदर से बड़ी संख्या में लोग बाहर निकलते दिखे। पुलिस ने मौलाना को बुलाया और लोगों से घकर में नमाज पढ़ने की अपील करने को कहा। इस घटना से अब सवाल यह खड़ा होता है कि क्या कोई मजहब लॉकडाउन तोड़ने का लाइसेंस देता है? क्या कोई मजहब किसी की जान से खिलवाड़ करने का लाइसेंस देता है? आखिर राज्य में लॉकडाउन के नियमों से खिलवाड़ क्यों?
मुर्शिदाबाद में शब-ए-बारात के बाद जुम्मे की नमाज पढ़ने के लिए इकट्ठा हुए सैकड़ों लोग, लॉकडाउन की उड़ाई धज्जियां
