वाशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन ने कहा है कि यदि वह चुनाव जीत जाते हैं, तो उनका प्रशासन भारत के सामने मौजूद खतरों से निपटने में उसके साथ खड़ा रहेगा।
बाइडेन ने भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और मजबूत करने की बात की।
पूर्ववर्ती ओबामा प्रशासन में उपराष्ट्रपति रहे बाइडेन ने भारत के स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं 15 साल पहले भारत के साथ ऐतिहासिक असैन्य परमाणु समझौते को मंजूरी देने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहा था। मैंने कहा कि यदि भारत और अमेरिका निकट मित्र और सहयोगी बनते हैं, तो दुनिया अधिक सुरक्षित हो जाएगी।’’
बाइडेन ने कहा कि यदि वह चुनाव जीत जाते हैं, तो भारत अपने क्षेत्र और अपनी सीमाओं पर जिन खतरों का सामना कर रहा है, वह उनसे निपटने में उसके साथ खड़े रहेंगे।
बाइडेन ने कहा, ‘‘मैं राष्ट्रपति के तौर पर भारतीय-अमेरिकी समुदाय पर भरोसा करना जारी रखूंगा। यह समुदाय दोनों देशों को जोड़कर रखता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘डेलावेयर में मेरे निर्वाचन क्षेत्र के सदस्यों और सीनेट में मेरे कर्मियों में बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी थे। ओबामा प्रशासन में देश के इतिहास में किसी भी अन्य प्रशासन की तुलना में सबसे अधिक भारतीय-अमेरिकी थे और इस मुहिम में वरिष्ठ स्तरों पर भारतीय-अमेरिकी सदस्य हैं। मुहिम के शीर्ष में हमारी प्यारी मित्र (कमला हैरिस) हैं, जो अमेरिका के इतिहास में पहली भारतीय-अमेरिकी उपराष्ट्रपति होंगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप हमारे समुदाय और हमारे देश के आधार हैं। आप देशभक्त हैं और आगे रहकर इस महामारी से निपट रहे हैं।’’
बाइडेन ने कहा, ‘‘मैं उन लोगों के लिए दुखी हूं, जो घृणा अपराधों और एच1-बी वीजा पर अचानक उठाए गए हानिकारक कदमों समेत वैध आव्रजन पर कार्रवाई के कारण निशाना बन रहे हैं।’’
यदि राष्ट्रपति चुना गया तो खतरों से निपटने में भारत के साथ खड़ा रहूंगा: बाइडेन
