कोलकाता : केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कोलकाता की ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर मेट्रो के पहले चरण का उद्घाटन किया। यह लाइन सॉल्ट लेक स्टेडियम को सेक्टर-पांच से जोड़ती है। इस मौके पर पीयूष गोयल ने इशारों ही इशारों में ममता बनर्जी की सरकार पर भी निशाना साधा। पीयूष गोयल ने कहा कि राज्य सरकार का सहयोग नहीं मिल रहा, वरना मेट्रो का काम और तेजी से हो सकता है।
आपको बता दें कि ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के पहले चरण में छह स्टेशन खोले गए हैं। आने वाले समय में कई और स्टेशन और रूट खोले जाएंगे। उद्घाटन के मौके पर पीयूष गोयल ने कहा कि हम इस मेट्रो लाइन को स्वतंत्रता सेनानी सरोजिनी नायडू के जन्मदिन पर उन्हें समर्पित कर रहे हैं।

‘राज्य सरकार सहयोग करे तो जल्द पूरा होगा काम’
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल ने आगे कहा, ‘पहला अंडरग्राउंड स्टेशन फूल बाग भी दुर्गा पूजा के पहले तैयार हो जाएगा। मुझे उम्मीद है कि लोग इस साल की दुर्गा पूजा में मेट्रो से जा सकेंगे। अगर हमें स्थानीय स्तर पर और सहयोग और समर्थन मिला तो हम जल्द ही हावड़ा तक बनने वाले इस कॉरिडोर को पूरा करने की कोशिश करेंगे।’
बिना किसी का नाम लिए पीयूष गोयल ने तृणमूल कांग्रेस की सरकार पर भी निशाना साधा। पीयूष गोयल ने राज्य सरकार पर सहयोग ना करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘कुछ बाधाओं के कारण बाकी चार लाइन का काम काफी धीमा है। कई जगहों पर हमें राज्य सरकार के सहयोग की जरूरत है। हमें उम्मीद है कि हमें सहयोग मिलेगा और हम जल्द ही कोलकाता मेट्रो को लोगों की पहली पसंद बनाएंगे।’

ममता बनर्जी को नहीं बुलाने पर भड़की टीएमसी
इससे पहले ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आमंत्रित नहीं करने के विरोध में टीएमसी के एक वरिष्ठ सांसद और एक विधायक ने कार्यक्रम का बहिष्कार करने ऐलान किया। टीएमसी सांसद सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने कहा, ‘जब ममता बनर्जी 2009-2011 में रेल मंत्री थीं, तब ईस्ट वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर उन्हीं का मौलिक विचार था। उन्होंने ही रेलवे बजट में इसके लिए धन आवंटित किया था और अब जब परियोजना का उद्घाटन होने जा रहा है तो उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया। यह बंगाल की जनता का अपमान है।’
आपको बता दें कि इस लाइन में छह स्टेशन- सॉल्ट लेक सेक्टर-5, करुणामयी, सेंट्रल पार्क, सिटी सेंटर, बंगाल केमिकल और सॉल्ट लेक स्टेडियम हैं। गुरुवार को शुरू हुए पहले चरण के निर्माण कार्य की अनुमानित लागत लगभग 2431 करोड़ रुपये है। सभी छह स्टेशनों के प्लैटफॉर्म पर हादसों को रोकने के लिए ग्लास डोर लगाए गए हैं, जो ट्रेन के आने पर ही खुलते हैं।