तेहरान: अमेरिकी बेस पर हमला करने के बाद आज ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई ने देश को संबोधित किया। अटैक को ईरान की बड़ी सफलता बताते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका की दादागीरी के खिलाफ हमने हमेशा संघर्ष किया है। सर्वोच्च नेता ने कहा कि हमला सफल रहा और पिछली रात हमने अमेरिका के घमंड पर तमाचा जड़ा है। उन्होंने जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या को शहादत बताते हुए कहा कि ईरान कभी उनके योगदान को नहीं भूल सकता है।
अमेरिकी बेस पर हमले को सफल बताया
खामनेई ने ईश्वर का नाम लेते हुए कहा कि आज अमेरिकी बेस पर ईरान के बहादुर और साहसी सैनिकों ने सफल आक्रमण किया। उन्होंने कहा, ‘हमारा संघर्ष लगातार जारी है और हम शक्तिशाली ताकतों के खिलाफ संघर्ष के लिए एकजुट रहे हैं। ईरान कभी कमजोर नहीं पड़नेवाला और कभी हार भी नहीं माननेवाला है। ईरान के साथ जो हुआ हम उसको कभी नहीं भूलेंगे।’
सुलेमानी के योगदान को सर्वोच्च नेता ने किया याद
खामनेई का संबोधन सुनने के लिए मौजूद लोगों में से कई अपने साथ सुलेमानी की तस्वीर लेकर आए थे। सुलेमानी को याद करते हुए ईरान के सर्वोच्च नेता भावुक हो गए। उन्होंने कहा, ‘वह महान साहसी व्यक्ति थे और उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष किया। उनके चेहरे की तरफ आप देखें, उन्होंने ईरान के मूल्यों को हमेशा आगे बढ़ाया। वह बहुतों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत थे और महान देशभक्त थे। हम उनकी पवित्र आत्मा के कर्जदार हैं।’
‘ईरान की क्रांति जिंदा रहेगी, दुश्मनों को मटियामेट करेंगे’
सर्वोच्च नेता खामनेई ने इस घटना को ईरान की क्रांति बताई और कहा कि यह सफर जारी रहेगा। खामनेई ने कहा, ‘हमारे बारे में विश्व में कुछ लोग झूठ फैला रहे हैं। हम हार नहीं माननेवाले हैं और यहां रुकने भी नहीं वाले। हम लगातार अपना संघर्ष जारी रखेंगे और अपने दुश्मनों को मटियामेट कर देंगे।’ खामनेई के ऐसा कहने के बाद मौजूद लोगों ने ईरानी भाषा में ‘अमेरिका की मौत’ का नारा भी लगाया। खामनेई ने कहा कि अमेरिकी बेस पर हमला कर आज हमने उनके घमंड पर तमाचा जड़ा है।
सर्वोच्च नेता ने कहा, सैन्य हमला काफी नहीं
ईरान के सर्वोच्च नेता ने भारी भीड़ के बीच देश को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिकी बेस पर हमला काफी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘सिर्फ सैन्य हमला काफी नहीं है। हमें अपने दुश्मनों को काबू में लाने के लिए तरकीब से काम लेना होगा। अमेरिका हमारा दुश्मन है और हमें दुश्मन की योजना के बारे में पता होना चाहिए।’