आर्टिकल 370: जयशंकर पहुंचे पेइचिंग, चीन के भी स्टैंड बदलने की उम्मीद

नई दिल्ली : अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को खत्म करने के बाद इस मामले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर घसीटने की पाकिस्तान की कोशिश पर भारत आखिरी कील ठोंकने वाला है। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर चीन के तीन दिवसीय दौरे के तहत सोमवार को वहां के शीर्ष अधिकारियों से अहम बात होगी। सूत्रों के अनुसार इसमें भारत ताजे माहौल के बीच अपना पक्ष रखेगा और चीन को आश्वस्त करेगा कि जो भी कदम उठाए गए हैं वह पूरी तरह भारत का आंतरिक मामला है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार दौरा से ठीक पहले चीन से सकारात्मक संकेत मिले हैं। यह दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री के दौरे के ठीक बाद हो रहा है। इस दौरे में चीन ने पाकिस्तान का साथ देने का भरोसा दिलाया। सूत्रों के अनुसार भारत-चीन के बीच इस मुद्दे पर लगातार संवाद जारी है और जो भी उलझन होगी उसे दूर कर लिया जाएगा। भारत को विश्वास है कि जयशंकर के दौरे के बाद चीन का भी स्टैंड बदल जाएगी। वैसे, एस. जयशंकर की यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच अक्टूबर में भारत में होने वाले दूसरे शिखर सम्मेलन के डेट को अंतिम रूप देने के लिए हो रही है। यह शिखर वार्ता पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हो सकता है। भारत ने यह भी कहा है कि मामला अगर यूएन की सुरक्षा परिषद तक पहुंचा तो पाकिस्तान की हालत और बदतर होगी क्योंकि 15 स्थायी-अस्थायी सदस्य देशों में कम से कम 12 देशों ने भारत का खुलकर सपॉर्ट करने का भरोसा पहले ही जता दिया है। 

मुस्लिम बहुल देशों से पाक को कोई सपॉर्ट नहीं 
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान भारत के कदम को ऐंटी मुस्लिम बताकर खासकर मुस्लित बहुत देशों से सपॉर्ट मांग रहे हैं। रविवार को भी उन्होंने इसी दिशा में ट्वीट कर अपनी बात कही। लेकिन इमरान खान को सबसे बड़ा झटका मुस्लिम बहुल देशों से ही मिला है। मध्य-पूर्व के देशों से पाकिस्तान को बिल्कुल सपॉर्ट नहीं मिला। लगभग सभी देशों ने इस मुद्दे से पल्ला झाड़ते हुए दोनों देशों को आपस में इसे सुलझाने को कहा। जानकारों के अनुसार मोदी ने सत्ता में आने के बाद मुस्लिम देशों से व्यापार बढ़ाने की कई कोशिश की। आज की तारीख में मुस्लिम देशों से भारत का कारोबार 9 गुना अधिक है। इसके अलावा भारत ने इन सभी देशों को अलग से हालात के बारे में बताकर संतुष्ट कर दिया। 

जो देश भारत के कदम को उसका आंतरिक मामला बताकर सपॉर्ट में आ चुके हैं- 
1-अमेरिका 
2-रूस 
3-संयुक्त अरब अमीरात 
4-मालदीव 
5- श्रीलंका 
6-फ्रांस 
7-अफगानिस्तान 

भारत के कदम से आपत्ति दर्ज करने वाला
 
1-चीन 

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