पत्रकारों को ‘दो पैसे के पत्रकार’ कहने के मामले ने पकड़ा तूल

कोलकाता : नदिया जिले के गणेशपुर में रविवार की शाम तृणमूल कांग्रेस की महिला सांसद महुआ मोइत्रा ने एक कार्यक्रम में सार्वजनिक रूप से पत्रकारों को ‘दो पैसे के पत्रकार’ कहने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर राजनीतिक हलकों में खूब चर्चा हो रही है। पत्रकारों के अपमान के मामले में सोमवार को केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रिया ने महुआ का नाम लिए बगैर कहा कि उन्हें जल्द से जल्द अपना कथन वापस लेना होगा एवं क्षमा मांगनी होगी।
इस बारे में केंद्रीय मंत्री सुुप्रियो ने एक ट्वीट कर लिखा है कि बंगाल में मीडिया को निष्पक्ष रूप से जब टीएमसी के कुकर्म को सबके सामने लाते हैं, तो उन्हें दबाया जा रहा है। जबकि तृणमूल नेता ऐसा कहते हैं तो उन्हें कुछ नहीं किया जाता है। मैं याद दिलाना चाहता हूं कि मीडियाकर्मियों को इस तरह कोई अपने मन मुताबिक नहीं नियंत्रित कर सकता है। मुख्यमंत्री ने खुद ही मीडिया को लेकर एक प्रशासनिक बैठक की थी जबकि हमने आज किसी राजनीतिक दल को तक ऐसी बैठक करते नहीं सुना। एक भद्र महिला नेता के तौर पर वह जनता को दिखाने के लिए सरकारी कर्मियों एवं अधिकारियों को धमका रही हैं। यह सब उनका केवल दिखावा है, यथार्थ नहीं।
मंत्री सुप्रियो ने कहा कि पिछले साढ़े नौ साल से तृणमूल सुप्रीमो ऐसा करती आ रही हैं। बहुत हो चुका नाटक अब, महुआ मैत्र को अपना कथन वापस लेना चाहिए एवं जल्द से जल्द क्षमा मांगनी चाहिए।
महुआ की अभद्र टिप्पणी पर प्रेस क्लब ने जताया विरोध
तृणमूल कांग्रेस की महिला सांसद महुआ मोइत्रा के सार्वजनिक मंच से पत्रकारों के प्रति अभद्र टिप्पणी करने पर कोलकाता प्रेस क्लब ने विरोध जताया है। संगठन के अध्यक्ष स्नेहाशीस सूर और संपादक किंग्सुक प्रमाणिक ने सोमवार को एक बयान में कहा कि, कृष्णानगर के सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा की गयी टिप्पणी के खिलाफ प्रेस क्लब, कोलकाता गहरी चिंता और नाराजगी व्यक्त करता है। उनकी टिप्पणी निस्संदेह, अपमानजनक है। उन्होंने कहा कि एक लोकतांत्रिक प्रणाली में पत्रकारिता का महत्व और इस पेशे के लिए सम्मान सर्वविदित है। एक प्रतिकूल स्थिति में खड़े होकर एक पत्रकार की अपने पेशेवर संघर्ष और सामाजिक जिम्मेदारी की विश्‍वव्यापी मान्यता है। ऐसे कार्य से जुड़े पत्रकारों को आहत करने का अधिकार किसी को नहीं है। हम सांसद की टिप्पणियों की निंदा करते हैं। मुझे उम्मीद है कि सांसद तुरंत अपनी टिप्पणी वापस ले लेंगी और खेद व्यक्त करेंगी। उल्लेखनीय है कि नदिया जिले के गणेशपुर में रविवार शाम को तृणमूल कांग्रेस की महिला सांसद महुआ मैत्र ने एक कार्यक्रम में सार्वजनिक मंच से कथित रूप से पत्रकारों को ‘दो पैसे के पत्रकार’ कहा था।

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