मुंबई: कल बीएमसी ने कंगना के दफ्तर के सामने अवैध निर्माण की नोटिस चिपकाई जिसके बाद उन्होंने अवैध हिस्से को गिरा दिया था। इसके बाद बीएमसी का कहना है कि जिस फ्लैट में कंगना रहती है उसमे अवैध निर्माण हुआ है। इस पर कंगना ने बताया कि जिस बिल्डिंग के फ्लैट में वो रहती है, उसे एनसीपी के नेता शरद पवार से लिया गया था। अतः बिल्डिंग से जुड़े विवादों के लिए वह जिम्मेदार नहीं हैं। उनके अनुसार यह मामला पूरी बिल्डिंग का है, उनके अकेले के फ्लैट का नहीं इसलिए वह नहीं बल्कि बिल्डिंग के मालिक यानी शरद पवार और इनके पार्टनर इसके लिए जवाबदेह हैं।
खबर है कि कि वर्ष 2018 में ही बीएमसी ने बिल्डिंग में हुए काम में अनियमितता पाने के कारण बिल्डर को नोटिस दिया था किन्तु उस समय इस मामले पर स्टे ऑर्डर लगा दिया गया था। अब इस स्टे को हटाने के लिए डिंडोसी कोर्ट में फिर से अर्जी दी गई है। कल कंगना रनौत ने बीएमसी द्वारा पोस्ट किए एक नोटिस की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि “महाराष्ट्र सरकार के पैसे खाए हुए सूत्र झूठी खबरें फैला रहे हैं। मुझे कल से पहले कभी भी बीएमसी की ओर से कोई नोटिस नहीं मिला था। यहां तक कि रेनोवेशन के लिए जरूरी सभी दस्तावेजों पर मैंने खुद बीएमसी से मंजूरी ली थी।” उन्होंने आगे बीएमसी वालों के लिए लिखा कि कम से कम अपनी धृष्टता के साथ खड़े रहने का साहस करिए, अब क्यूं झूट बोलना। बता दे की नोटिस के तस्वीर के अनुसार बीएमसी ने कल से पहले 20/10/2018को भी कंगना को नोटिस भेजा था। जिससे कंगना ने साफ इंकार किया है