केपटाउन : दक्षिण अफ्रीका के हाथों टेस्ट श्रृंखला में मिली हार के बाद विराट कोहली ने टेस्ट टीम की कप्तानी यह कहकर छोड़ दी कि अपना काम उन्होंने ईमानदारी से किया और अब कप्तानी छोड़ने का समय आ गया है ।
कोहली को 2014 में भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया था जब महेंद्र सिंह धोनी ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला के बीच में कप्तानी छोड़ दी थी । कोहली ने टी20 विश्व कप में भारत के खराब प्रदर्शन के बाद कप्तानी छोड़ दी थी जबकि वनडे टीम की कप्तानी उनसे छीन ली गई थी ।
कोहली ने दक्षिण अफ्रीका से श्रृंखला 1 . 2 से हारने के एक दिन बाद ट्वीट किया ,‘‘एक मुकाम पर आकर सबको ठहरना होता है और मेरे लिये बतौर भारतीय टेस्ट कप्तान यह वही मुकाम है । इस सफर में कई उतार चढाव आये लेकिन प्रयासों या विश्वास में कभी कमी नहीं रही ।’’
उन्होंने आगे लिखा ,‘‘ पिछले सात साल लगातार कड़़ी मेहनत, अथक प्रयासों और दृढता से टीम को सही दिशा में ले जाने के रहे । मैने पूरी ईमानदारी से काम किया और कोई कसर नहीं छोड़ी । मैने हमेशा अपनी ओर से 120 प्रतिशत देने पर भरोसा किया है और अगर मैं ऐसा नहीं कर सकता तो मुझे वह सही नहीं लगता ।’’
उन्होंने लिखा ,‘‘ मेरे दिल में यह एकदम साफ है और मैं अपनी टीम के प्रति बेईमान नहीं हो सकता ।’’
सबसे बड़ा धन्यवाद धोनी को दिया
कोहली ने कहा- मेरे दिल में पूरी तरह से क्लियरिटी है और मैं अपनी टीम के प्रति बेईमान नहीं हो सकता. मैं BCCI को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने इतने लंबे समय तक मुझे टीम का नेतृत्व करने का मौका दिया. साथ ही सबसे जरूरी टीम के उन सभी साथियों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने पहले दिन से मेरा साथ दिया और कभी भी किसी भी हालात में साथ नहीं छोड़ा. आप सभी ने इस सफर को यादगार और खूबसूरत बना दिया है.