नयी दिल्ली : भारतीय कोच रवि शास्त्री ने कहा कि वह बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की काफी इज्जत करते हैं और जो उनके रिश्तों पर सवाल उठाते हैं ‘उनकी उन्हें कोई परवाह नहीं’।पिछले सप्ताह गांगुली ने शास्त्री के साथ मतभेदों की अटकलों को कोरी अफवाह बताया था। शास्त्री ने टेलीविजन चैनल इंडिया टुडे के कार्यक्रम ‘इंस्पिरेशन’ में कहा, ‘‘जहां तक सौरव-शास्त्री की बात है तो यह मीडिया के लिए चाट और भेलपुरी की तरह मिर्च मसाला है।
भारतीय कोच ने कहा, ‘‘उन्होंने (गांगुली) क्रिकेटर के तौर पर जो कुछ किया है मैं उसका काफी सम्मान करता हूं। उन्होंने सट्टेबाजी प्रकरण के बाद भारतीय क्रिकेट की कमान सबसे मुश्किल समय में संभाली। आपको वापसी के लिए लोगों का भारोसा चाहिए होता है और मैं उसका सम्मान करता हूं। और अगर कोई इसका सम्मान नहीं करता है तो मुझे उसकी कोई परवाह नहीं।’’
शास्त्री और गांगुली के बीच मतभेद 2016 में सार्वजनिक हुए थे जब शास्त्री ने कोच के पद के लिये आवेदन किया था और गांगुली उस समय क्रिकेट सलाहकार समिति में थे जिसने अनिल कुंबले को चुना था ।
शास्त्री ने बिना किसी लोकतांत्रिक तरीके से तीन साल तक बोर्ड के संचालन के बाद गांगुली के अध्यक्ष बनने को ‘शानदार’ करार दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘शानदार (गांगुली का अध्यक्ष बनना)। सबसे पहले मैं इस बात को लेकर रोमांचित हूं कि बीसीसीआई फिर से अस्तित्व में है। हम तीन साल तक बीसीसीआई के बिना खेले।
शास्त्री ने टी20 विश्व कप में विकेटकीपिंग पर कहा, धोनी और राहुल भी विकल्प
भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी को पता है कि उनका शरीर ब्रेक के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कठोरता का सामना कर पाएगा या नहीं। उन्होंने साथ ही कहा कि अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप के लिए लोकेश राहुल ‘विकेटकीपिंग के लिए गंभीर विकल्प’ हैं और ऋषभ पंत को ‘धैर्य रखने’ की जरूरत है।पंत पिछले कुछ समय से अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं जबकि धोनी के अंतरराष्ट्रीय भविष्य को लेकर संशय बरकरार है और ऐसे में शास्त्री ने आस्ट्रेलिया में होने वाली इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के लिए राहुल को दोहरी भूमिका देने की संभावना से इनकार नहीं किया।शास्त्री ने इंडिया टुडे के कार्यक्रम ‘इस्पिरेशन’ पर कहा, ‘‘यह समझदारी भरा है (धोनी का ब्रेक लेना)। मुझे उस समय का इंतजार है जब वह दोबारा खेलना शुरू करेगा (आईपीएल के आसपास)। मुझे नहीं लगता कि वह वनडे क्रिकेट में खेलने को लेकर अधिक उत्सुक है। वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुका है। टी20 विकल्प है। यह प्रारूप पूरी तरह से उसके अनुकूल है। लेकिन क्या उसका शरीर कड़ी चुनौतियों का सामना करना पाएगा, इसका जवाब वही दे सकता है।’’
शास्त्री का हालांकि मानना है कि राहुल विकल्प के रूप में उभर सकता है क्योंकि वह आईपीएल के अलावा सीमित ओवरों के घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक के लिए विकेटकीपिंग करते हैं।
यह पूछने पर कि क्या राहुल विकल्प होगा, शास्त्री ने कहा, ‘‘बेशक वह विकल्प होगा। आपको देखना होगा कि आपका मजबूत पक्ष क्या है। कल मध्यक्रम में ऐसे कुछ खिलाड़ी हो सकते हैं जो आईपीएल में अविश्वसनीय पारियां खेलें। इसके अलावा अगर आपके पास कोई ऐसा खिलाड़ी है जो कई काम कर सकता है, जिसे शीर्ष क्रम में उतारा जा सकता है क्योंकि उसके बाद उम्दा बल्लेबाज हैं जो बेहद अच्छा कर रहे हैं तो फिर क्यों नहीं।’’
यह पूछने पर कि वह पंत से क्या उम्मीद करते हैं, शास्त्री ने कहा, ‘‘आपको फायदा उठाना होगा। आपकी बल्लेबाजी ठोस होनी चाहिए। आप यह नहीं सोच सकते कि पहली ही गेंद से वह हो जाए जो आप चाहते हैं। नहीं, ऐसा नहीं होगा। खेल आपको सिखाता है। पागलपन की भी एक प्रक्रिया है और आपको यह प्रक्रिया सीखनी होगी।