कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब जीएसटी भुगतान में हो रही देरी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दखल देने की मांग की है। बुधवार को पीएम को लिखे पत्र में ममता ने यहां तक कहा है कि केंद्र की तरफ से जीएसटी का भुगतान नहीं होने के चलते उनका सरकार पर से विश्वास उठता जा रहा है। ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर लिखकर मांग की है कि केंद्र सरकार खुद उधार लेकर राज्यों को जीएसटी बकाया दे।उन्होंने कहा कि जीएसटी की जटिल व्यवस्था के कारण बेहद परेशानी हो रही है और यह राज्यों के प्रति केन्द्र की नैतिक जिम्मेदारी और भरोसे के प्रति धोखे के जैसा है। जीएसटी की जटिल व्यवस्था की वजह से राज्यों को हुए नुकसान की भरपाई नहीं करने का केन्द्र का निर्णय सहकारी संघवाद की भावना को कम करने का प्रयास प्रतीत होता है।
नरेंद्र मोदी सीएम थे तो जीएसटी का विरोध करते थे
पत्र में उस बात का भी जिक्र किया है जब नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे और जीएसटी का विरोध करते थे। बता दें कि केंद्र की तरफ से पिछले कई महीनों से राज्यों को जीएसटी का भुगतान नहीं किया गया है।ममता भी इससे पहले कई बार यह मुद्दा उठा चुकी है
यह है पूरा मामला
बता दें कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) काउंसिल की 41वीं बैठक 27 अगस्त को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अगुवाई में हुई थी। वित्त मंत्री ने बताया कि राज्यों को उनके जीएसटी बकाये के भुगतान के लिए 2 विकल्प दिए गए हैं। पहला विकल्प है कि रिजर्व बैंक की सलाह से राज्यों को एक विशेष विंडो दिया जाए ताकि वे वाजिब ब्याज दर पर 97,000 करोड़ रुपये रकम उधार हासिल कर पायें। दूसरे विकल्प में राज्य एक विशेष विंडो द्वारा समूचे जीएसटी कम्पेनसेशन की कमी के बराबर यानी 2.35 लाख करोड़ रुपये का उधार ले सकें।