एक घंटे पहले दफ्तर से निकलें राज्य कर्मचारी
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना से बचाव हेतु राज्य के कर्मचारियों के लिए नए आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार कर्मचारी सार्वजनिक परिवहन में भीड़ से बचने के लिए एक घंटे पहले अपने कार्यालय से निकलेंगे। उन्होंने कहा, सार्वजनिक परिवहन में भीड़ से बचने के लिए राज्य सरकार के कर्मचारी ग्ाुरुवार से एक घंटे पहले अपना कार्यालय छोड़ देंगे। जिससे कि सार्वजनिक परिवहन में भीड़-भाड़ कम हो।
‘कोई वीआईपी नहीं है, प्रशासनिक शक्तियों का उपयोग न करें’
विदेश से लौटने पर स्वास्थ्य जांच करवाएं, कुछ दिनों के लिए पृथक वार्ड में रहें। मूर्खों की तरह इन सब से बचकर न घूमें। मुख्यमंत्री ने नवान्न के उच्च अधिकारी पर अपने बेटे को लेकर गैर-जिम्मेदाराना भूमिका पर उठते विवाद पर बिना नाम लिए सख्त हिदायत दी। उन्होंने कहा कि अगर परिवार में कोई भी प्रभावशाली है तो यह सोचकर वे भीड़भाड़ वाली जगह पर न घ्ाूमे की वे कुछ भी कर सकते हैं और स्वास्थ्य नियमों से बचकर संक्रमण फैला सकते हैं। बुधवार को नवान्न में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कड़े शब्दों में कहा कि बीमारी हो सकती है। इसे छिपाकर बाहर न घूमें। यह सबसे बड़ी गलती है। इस मामले में, वीआईपी लोगों और आम लोगों के बीच कोई अंतर नहीं है। यह कोई न सोचें कि आप अपने प्रभाव का उपयोग कर जांच से बच सकते है। लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज करवाएं व खुद से 15-27 दिनों तक आईलेसशन में रहें। मुख्यमंत्री ने अपने प्रशासनिक अधिकारी के अलावा पत्रकारों की भूमिका की भी निंदा की है। उन्होंने कहा कि कोलकाता में कोई भी कोरोना से संक्रमित नहीं था। बाहर से आए जीवाणुओं ने यहां प्रवेश किया है। इसलिए, बेबुनियाद अफवाहें व आतंक फैलाई जा रही हैं, उन्होंने एक मीडिया प्रतिनिधि के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। इस संबंध में, मुख्यमंत्री ने पुलिस को अनुकरणीय सजा का निर्देश दिया है।