कोलकाता : भारतीय मूल के अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी और उनकी पत्नी एस्तेय डिफ्लो को साल 2019 के लिए अर्थशास्त्र का प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार दिए जाने का ऐलान किया गया है। इन दोनों को यह पुरस्कार अर्थशास्त्री माइकल क्रेमर को संयुक्त रूप से दिया जाएगा। अभिजीत की इस सफलता पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू समेत तमाम नेताओं ने बधाई दी है।
उपराष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से अभिजीत की सफलता पर लिखा गया, ‘यह जानकर बेहद खुशी हुई कि इस साल जिन तीन लोगों को अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार मिला है, उसमें प्रख्यात अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी भी हैं। मुझे उम्मीद है कि वैश्विक गरीबी को हटाने की उनकी प्रयोगात्मक शैली विश्व समुदाय को गरीबी के मुद्दे पर काफी मदद देगी।’
प्रेसिडेंसी कॉलेज भी अभिजीत को करेगा सम्मानित
उन्होंने कहा, ‘पूरे प्रेसिडेंसी परिवार को अभिजीत पर गर्व है, जिनका चयन एस्तेय डिफ्लो और माइकल क्रेमर के साथ संयुक्त रूप से अर्थशास्त्र के नोबेल के लिए किया गया है। वह हमारे मार्गदर्शक समूह के सदस्य रहे हैं और अर्थशास्त्र विभाग को हमेशा मूल्यवान सलाहें दी है।’ उन्होंने बताया कि बनर्जी 2018 में प्रेसिडेंसी आए थे और वैसे वह जब भी कोलकाता आते हैं, वह यहां जरूर आते हैं। कोनार ने कहा कि दुर्गा पूजा के बाद जब संस्थान खुलेगा तो उन्हें उपयुक्त तरीके से सम्मानित किया जाएगा। बनर्जी के साथ-साथ संयुक्त विजेता में उनकी पत्नी एस्तेय डिफ्लो और माइकल क्रेमर शामिल हैं। उन्हें यह पुरस्कार ‘वैश्विक स्तर पर गरीबी उन्मूलन के लिए किए गए कार्यों के लिए दिया गया।