कोलकाता : अब बड़ाबाजार स्थित मारवाड़ी रिलीफ सोसाइटी के स्वास्थ्य कर्मी कथित तौर पर कोरोना वायरस के शिकार हो गए हैं। इनमें एक बेलघरिया के देशप्रिय नगर की 45 वर्षीया नर्स और दूसरा 25 वर्षीय एक स्वास्थ्य कर्मी शामिल है। इस खबर के सामने आते ही अस्पताल प्रबंधन ने उनके संपर्क में आए डॉक्टर, नर्स समेत कुल 13 लोगों को उसी अस्पताल में क्वारंटाइन में रखा है। इसके अलावा, अन्य चार लोगों को होम क्वारंटाइन का निर्देश दिया गया है। इनमें एक डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट, 2 स्वीपर और 7 नर्स शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, गत शुक्रवार की दोपहर करीब 2 बजे, अस्पताल प्रबंधन को राज्य कोरोना सेल के मेडिकल ऑफिसर अहाना का फोन आया, जिसमें उन्होंने अस्पताल को सूचित किया कि राजारहाट में उनके भर्ती दो स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए है। इसके बाद, अस्पताल द्वारा उन लोगों के संपर्क में आए लोगों की सूची तैयार की गई, जिनमें 17 लोग शामिल थे। इसके बाद, उनमें से 13 को अस्पताल क्वारंटाइन और बाकी 4 को होम क्वारंटाइन का निर्देश दिया गया। बताया गया है कि गत 10 अप्रैल को उन दोनों स्वास्थ्य कर्मियों को बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। इसके बाद, गत 14 अप्रैल को उनकी स्थिति में सुधार नहीं आने के कारण राजारहाट स्थित क्वारंटाइन सेंटर में भेजा गया। वहां, उनके नमूना का जांच किया गया, जिसमें दोनों कोरोना संक्रमित पाए गए।
क्या कहना है अस्पताल प्रबंधन का
मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी के अध्यक्ष गोविंद राम अग्रवाल ने कहा कि यह काफी चिंताजनक विषय है। हमने तीन दिन पहले ही पूरे अस्पताल में सैनिटाइजेशन करवाया था। हालांकि, इस खबर के बाद हमने पर उन सभी लोगों को क्वारंटाइन में रख दिया है, जो उनके संपर्क में आए थे। साथ ही, जल्द उन सभी का जांच कराया जाएगा ताकि, सक्रमण फैलने से पहले रोका जा सके। इसके अलावा, हमने अस्पताल का आपातकालीन विभाग बंद कर दिया है और नए मरीजों को भी भर्ती लेना बंद कर दिया है। इसके अलावा, वर्तमान में अस्पताल में इलाजरत मरीजों को सावधानीपूर्वक रखा जा रहा है, ताकि उनमें संक्रमण फैले एवं जिनकी स्थिति स्थानांतरण के लायक होगी, उनको दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित किया जाएगा।